पेरिस ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ की घोषणा कर दी गई है।
पेरिस ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ की घोषणा कर दी गई है। ओलंपिक में भारत के 117 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। खेल मंत्रालय ने इसके अलावा सपोर्ट स्टाफ के 140 सदस्यों को भी मंजूरी दी है, जिसमें खेल अधिकारी भी शामिल हैं। लंदन ओलिंपिक के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट पूर्व शूटर गगन नारंग को दल प्रमुख बनाया गया है। सपोर्ट स्टाफ के 72 सदस्यों को सरकार के खर्चे पर मंजूरी मिली है। ओलिंपिक के लिए जिन खिलाड़ियों ने क्वॉलिफाई किया था उनमें से केवल शॉटपुट की ऐथलीट आभा खटुआ का नाम लिस्ट में नहीं है। वर्ल्ड रैंकिंग्स के जरिए कोटा हासिल करने वाली आभा का नाम हटाने को लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है। कुछ दिन पहले वर्ल्ड ऐथलेटिक्स की ओलिंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की सूची से उनका नाम हटा दिया गया था। अभी तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि चोट लगने, डोपिंग उल्लंघन या किसी अन्य तकनीकी समस्या के कारण उनका नाम हटाया गया है।
इस बार एथलेटिक्स और शूटिंग में सर्वाधिक खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक में जा रहे हैं। कुल 117 खिलाड़ियों की लिस्ट में सर्वाधिक 29 (11 महिला और 18 पुरुष) खिलाड़ी ऐथलेटिक्स के हैं। उनके बाद शूटिंग (21) और हॉकी (19) का नंबर आता है। टेबल टेनिस में भारत के आठ जबकि बैडमिंटन में दो बार की ओलिंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु सहित सात खिलाड़ी भाग लेंगे। रेसिलंग (6), आर्चरी (6) और बॉक्सिंग (6) में छह-छह खिलाड़ी चुनौती पेश करेंगे। इसके बाद गोल्फ (4), टेनिस (3), स्विमिंग (2), सेलिंग (2) का नंबर आता है। घुड़सवारी, जूडो, रोइंग और वेटलिफ्टिंग में एक-एक खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। शूटिंग टीम में 11 महिला और 10 पुरुष खिलाड़ी शामिल हैं। टेबल टेनिस में पुरुष और महिला दोनों वर्ग में चार-चार खिलाड़ी शामिल हैं। तोक्यो ओलिंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट मीराबाई चानू दल में शामिल एकमात्र वेटलिफ्टर हैं। वह महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में चुनौती पेश करेंगी। तोक्यो ओलिंपिक में भारत के 119 खिलाड़ियों ने भाग लिया था जिन्होंने सात मेडल जीते थे।
जहां तक सपोर्टिंग स्टाफ की बात है तो सबसे ज्यादा शूटिंग में सपोर्टिंग स्टाफ जा रहा है।भारतीय दल में शामिल 21 अधिकारियों में 11 गेम्स विलेज में रुकेंगे जबकि बाकी अधिकारी इसके बाहर होटेल में ठहरेंगे। इनका खर्च सरकार उठाएगी। शूटिंग में सपोर्ट स्टाफ के सर्वाधिक 18 सदस्य शामिल हैं जिनमें से एक हाई परफॉर्मेंस डायरेक्टर और छह कोच गेम्स विलेज में ठहरेंगे। बाकी 11 सदस्य होटल में रुकेंगे जिनमें चार कोच, चार फिजियो, दो मनोवैज्ञानिक और एक कंडिशनिंग एक्सपर्ट शामिल हैं। ऐथलेटिक्स में सपोर्ट स्टाफ के 17 सदस्य शामिल हैं। उसके बाद रेसलिंग (12), बॉक्सिंग (11), हॉकी (10), टेबल टेनिस (9), बैडमिंटन (9), गोल्फ (7), घुड़सवारी (5), आर्चरी (4), रोइंग (4), वेटलिफ्टिंग (4) टेनिस (3), स्विमिंग (2) और जूडो (1) का नंबर आता है। मंत्रालय के पत्र में कहा गया है कि पेरिस में भारतीय दूतावास में एयर अताशे पद पर कार्यरत एयर कमोडोर प्रशांत आर्य ओलंपिक अताशे होंगे। उनके पास मान्यता पत्र होगा तथा वह दूतावास की सहायता और हस्तक्षेप की जरूरत वाले किसी भी मुद्दे का समाधान करने के लिए गेम्स विलेज और प्रतियोगिता स्थलों का दौरा करेंगे।
जानकारी के मुताबिक ओलिंपिक गेम्स-2024 की ऑर्गेनाइजिंग कमिटी के नियमों के अनुरूप इस बार सपोर्ट स्टाफ के 67 सदस्य ही गेम्स विलेज में रुक सकते हैं जिनमें भारतीय ओलिंपिक संघ के 11 अधिकारी भी शामिल हैं। खिलाड़ियों की जरूरतों के मद्देनजर सरकार की लागत पर 72 अतिरिक्त कोच और अन्य सपोर्ट स्टाफ को मंजूरी दी गई है और उनके ठहरने की व्यवस्था होटेल और गेम्स विलेज के बाहर के जगहों में की गई है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि गेम्स विलेज से बाहर ठहरने वाले कोच और सपोर्ट स्टाफ ऐथलीट्स की मदद में किस कदर कारगर साबित होंगे। गेम्स के दौरान प्लेयर्स और इनके बीच लगातार संपर्क ना होने से तालमेल बिठाने में दिक्कत पेश हो सकती है? उम्मीद करें कि ऐसा कुछ ना हो और भारतीय दल सहजता से सारी बाधा पार करके शानदार परिणाम हासिल करे।