जिले में रिश्वत लेकर भाग रहे लेखपाल को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने दौड़ाकर पकड़ा। इस दौरान लेखपाल जमीन पर गिर गया। उसकी एसीबी टीम के जवान से उसकी पटका-पटकी होने लगी। लेखपाल खुद को छुड़ाने की कोशिश करता रहा। इसी बीच टीम के अन्य लोग भी पहुंच गए।उसे गिरफ्तार कर लिया। सड़क पर ही सैंपल टेस्ट हुआ। लेखपाल के हाथ को पानी में डुबोकर देखा गया तो रंग छोड़ने लगा। यह साफ हो गया कि उसने वही नोट लिए थे, जिस पर केमिकल लगाया गया था। एंटी करप्शन की टीम उसे पकड़कर थाने ले गई, जहां उसके खिलाफ कार्रवाई की गई।
मामला महरुआ थाना क्षेत्र का है। खड़हरा गांव के रहने वाले संदीप के जमीन की पैमाइश होनी थी। तहसील से ऑर्डर हो गया था। लेकिन, क्षेत्र का लेखपाल जितेंद्र कुमार टाल-मटोल कर रहा था। बाद में उसने रुपए की डिमांड रख दी। कहा, बिना पैसे के काम नहीं होगा। संदीप ने पूछा कि कितना लगेगा। लेखपाल ने कहा कि 10 हजार में काम हो जाएगा। संदीप ने लेखपाल को रुपए देने के लिए कह दिया। इसके बाद पूरे मामले की शिकायत एंटी करप्शन टीम अयोध्या से की।
शनिवार को एसीबी टीम ने लेखपाल को पकड़ने का प्लान बनाया। टीम अंबेडकरनगर आई। गांव के पास संदीप ने लेखपाल जितेंद्र को 10 हजार रुपए थमाए। इसी दौरान एंटी करप्शन की टीम जितेंद्र को पकड़ने के लिए आगे बढ़ी। टीम को देखकर लेखपाल जितेंद्र भागने लगा।टीम के एक कर्मी ने लेखपाल को दौड़ा दिया। वह करीब 200 मीटर भाग पाया था कि पकड़ा गया। वह जमीन पर गिर गया। दोनों में कुश्ती की तरह पटका-पटकी होने लगी। बमुश्किल लेखपाल पकड़ में आया। इसी दाैरान टीम के अन्य लोग भी वहां आ गए। इसके बाद एंटी करप्शन टीम आरोपी लेखपाल को थाने ले गई।