1 नवंबर से UPI पेमेंट में दो बड़े बदलाव किए गए। अब छोटे डिजिटल पेमेंट्स और भी आसान हो जाएंगे। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI Lite के लिए ऑटो टॉप-अप फीचर और ट्रांजैक्शन लिमिट में बदलाव की घोषणा की है।
UPI ने अपने Lite वॉलेट के लिए ऑटो टॉप-अप फीचर लॉन्च किया है। अब UPI Lite अकाउंट का बैलेंस एक निश्चित सीमा से नीचे जाने पर यह फीचर उसे अपने आप रिचार्ज कर देगा। यूजर्स अपने UPI ऐप पर टॉप-अप की राशि सेट कर सकते हैं, जो प्रतिदिन अधिकतम पांच ऑटोमेटिक रिचार्ज तक सीमित होगी। NPCI के अनुसार, 500 रुपये से कम के पेमेंट बिना पिन के किए जा सकते हैं। यह सुविधा 27 अगस्त 2024 को शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य छोटे लेनदेन को और भी सरल बनाना है।
2. UPI Lite ट्रांजैक्शन लिमिट में बढ़ोतरी
नई गाइडलाइन्स के अनुसार, अब UPI Lite के माध्यम से यूजर्स बिना पिन डाले 1,000 रुपये तक के ट्रांजैक्शन कर सकते हैं, जो पहले 500 रुपये की सीमा थी। इसके साथ ही वॉलेट बैलेंस की अधिकतम सीमा को भी 2,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये कर दिया गया है। हालांकि, दैनिक ट्रांजैक्शन की अधिकतम सीमा अभी भी 4,000 रुपये ही है, इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।
NPCI के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2024 में UPI पर 16.58 बिलियन लेनदेन दर्ज किए गए, जिनकी कुल राशि 23.5 ट्रिलियन रुपये थी। यह आंकड़ा सितंबर की तुलना में मात्रा में 10% और मूल्य में 14% की वृद्धि को दर्शाता है, जो त्योहारों के मौसम में सामान्यतः अधिक हो जाता है।
UPI के ये नए फीचर्स छोटे लेनदेन को सुरक्षित, आसान और तेज़ बनाएंगे, जिससे डिजिटल पेमेंट को और बढ़ावा मिलेगा।