अयोध्या में बन रहे भगवान राम मंदिर में रामलला की स्थापना काउंटडाउन शुरू हो चुका है। मंदिर निर्माण अब अपने अंतिम चरण में है। इसके साथ ही 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भी हो जाएगी।
इस महोत्सव को भव्य बनाने के लिए विश्व हिन्दू परिषद् पूरे देश में निमंत्रण अभियान चला रहा है। इसके तहत राम भक्तों को अयोध्या बुलाने के लिए पीले चावल भेजे जा रहे हैं।
राजस्थान के अजमेर में विश्व हिन्दू परिषद (VHP) की ओर से राष्ट्रव्यापी “गृह सम्पर्क अभियान” के तहत आगामी एक से दस जनवरी(!-10 January) तक अयोध्या (श्रीराम मंदिर) के लिये घर-घर पीले चावल बांटने का काम किया जायेगा।
अजमेर में विहिप के चित्तौड़ प्रांत के सहप्रभारी शशि प्रकाश इंदौरिया ने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली बहुप्रतीक्षित श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा आमंत्रण के लिए अक्षत के साथ भगवान राम का चित्र, आमंत्रण पत्र भी वितरित किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि स्थानीय मंदिरों में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण बड़े एलईडी के माध्यम से दिखाया जायेगा ताकि श्रद्धालु कार्यक्रम के साक्षी तो बनेंगे ही, रामलला के सीधे दर्शन भी कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि अजमेर जिले से चुनिंदा संतों को भी अयोध्या आमंत्रित किया गया है।
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की रूपरेखा तय हो गई है। 22 जनवरी, 2024 को मुख्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह होगा, लेकिन उससे पहले ही कई तरीके के पूजा-पाठ और अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे। 15 जनवरी को रामलला के विग्रह (रामलला के बालरूप की मूर्ति) को गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा।
16 जनवरी से विग्रह के अधिवास का अनुष्ठान भी शुरू हो जाएगा, जो कि प्राण प्रतिष्ठा का पहला कार्यक्रम है। फिर 17 जनवरी को रामलला के विग्रह को नगर भ्रमण के लिए निकाला जाएगा। इसके बाद 18 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा की विधि प्रारंभ होगी और 19 जनवरी को यज्ञ अग्नि की स्थापना की जाएगी।
20 जनवरी को गर्भगृह को 81 कलश सरयू जल से धोने के बाद वास्तु की पूजा होगी। 21 जनवरी को रामलला को तीर्थों के 125 कलशों के जल से स्नान कराया जाएगा। आखिर में 22 जनवरी को मध्यान्ह मृगशिरा नक्षत्र में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस मौके पर पीएम मोदी मुख्य यजमान होंगे। देश-विदेश से बड़ी संख्या में वीवीआईपी मेहमान भी उपस्थित रहेंगे।