झांसी के मोंठ थाना क्षेत्र के अमरा गांव में एक होमगार्ड की बेटी ने सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक युवती की उम्र 28 साल थी और वह बीए की पढ़ाई पूरी कर चुकी थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि शादी न होने के कारण वह डिप्रेशन में थी।
पुलिस के मुताबिक, अंजलि के पिता राजेश दुबे चुनाव ड्यूटी में उत्तराखंड गए थे। उनकी मां उमा देवी अपनी ननद की बेटी की शादी में भात लेकर उरई गई थीं। वहीं, इकलौता भाई अमित रोजाना की तरह निजी अस्पताल में ड्यूटी पर गया था। गुरुवार रात को अंजलि घर पर अकेली थी।
सुबह काफी देर तक अंजलि ने घर के दरवाजे नहीं खोले। तब चाचा अनिल अपनी छत के रास्ते से घर के अंदर दाखिल हो गए। वहां कमरे के अंदर पंखे पर दुपट्टे से फंदा बनाकर अंजलि लटकी हुई थीं।
बताया जा रहा है कि अंजलि बीए की पढ़ाई पूरी कर चुकी थीं और कुछ सालों से माता-पिता उसकी शादी करने की कोशिश कर रहे थे। शादी के लिए कई लड़के वाले उसे देखने आए, लेकिन किसी न किसी कारण से उसकी शादी तय नहीं हो पा रही थी। इसको लेकर अंजलि डिप्रेशन में चल रही थी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मोंठ थाना प्रभारी अशोक कुमार सिंह का कहना है कि होमगार्ड की बेटी ने फांसी लगाकर जान दी है। परिजनों ने बताया कि शादी न होने से वह डिप्रेशन में रहा करती थी। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है।