दिवाली का त्योहार देश-भर में बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। दिवाली के दिन भगवान राम लंका पर विजय प्राप्त करके वापस अयोध्या आए थे। इस दिन से हर साल कार्तिक अमावस्या पर दिवाली मनाई जाती है।
दिवाली पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है, साथ ही भगवान राम के आने की खुशी में दीप जलाए जाते हैं। पंडितों के अनुसार दिवाली की पूजा प्रदोष काल में की जाती है। इस बार कार्तिक माह की अमावस्या की तिथि 31 अक्टूबर दोपहर 3 बजकर 52 मिनट पर शुरू हो रही है, जो 1 नवंबर को सायंकाल 6 बजकर 16 मिनट पर समापन होगी।
आपको बता दें कि पुराने समय से परंपरा चली आ रही है कि दिवाली की रात कुछ खास स्थानों पर दीया जलाने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा मिलती है। जीं हां, क्योंकि हर कोई धन की कामना करता है। आज हम आपको कुछ ऐसे स्थानों पर दीया जलाने के बारे में बताएंगे, जो शुभ माना जाता है, जिससे मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है।
- घर के आंगन में दीया जलाना शुभ माना जाता है। ध्यान रहें कि यह दीया सारी रात जलता रहना चाहिए, ऐसा करने से पैसों की समस्या दूर होती है।
- घर के नजदीक किसी चौराहे पर दीया जलाने से धन से जुड़ी परेशानियां दूर होती है।
- कहां जाता है कि शमशान में दीया जलाना चाहिए , अगर नहीं तो किसी सुनसान स्थान पर दीया जगा सकते हैं।
- घर में जहां लक्ष्मी पूजा की जाती है, वहां दीया जलाएं। इस दीए की ऐसी व्यवस्था की जाएं की दीया रात-भर जले।
- दिवाली की रात मुख्य दरवाजे के बाहर दोनों तरफ दीप जलाना भी खास माना जाता है।
- व्यक्ति को बेल-पत्र, पीपल, तुलसी के पास दीया जलाना चाहिए। कहां जाता है कि इन वृक्षों के पास दीप जलाकर पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए, इससे देवी-देवता की कृपा प्राप्त होती है और आपके दुख-क्लेश दूर होते है।