ईडी ने झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू को समन भेजा है। आज एजेंसी हेमंत सोरेन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में उनका बयान दर्ज करेगी। शराब कारोबारी धीरज साहू के आवास पर बीते दिसंबर में इनकम टैक्स की अब तक की सबसे बड़ी छापेमारी हुई थी। इस छापेमारी में उनके ओडिशा और बंगाल स्थित ठिकानों से 351 करोड़ से भी ज्यादा की नगद रकम बरामद की गई थी। बताया जा रहा है कि जांच एजेंसी ईडी को पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से धीरज साहू के संबंधों के कुछ सबूत हाथ लगे हैं। बीते 29 जनवरी को दिल्ली में शांतिनिकेतन स्थित सोरेन के आवास से जो बीएमडब्ल्यू कार बरामद की गई थी, उसका संबंध धीरज साहू से होने का संदेह है।
बुधवार को ईडी ने हरियाणा के गुरुग्राम के करदारपुर गांव में उस परिसर पर छापा मारा, जिसके पते पर यह हरियाणा नंबर प्लेट वाली कार रजिस्टर्ड थी। इसके अलावा एजेंसी ने कोलकाता में भी दो ठिकानों पर तलाशी ली थी। गौरतलब है कि हेमंत सोरेन को ईडी ने रांची में साढ़े आठ एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीद-फरोख्त के मामले में बीते 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। ईडी उन्हें फिलहाल रिमांड पर लेकर पिछले छह दिनों से पूछताछ कर रही है। इस सिलसिले में उन लोगों के ब्योरे ईडी ने जुटाए हैं, जिनसे उनका किसी भी तरह की लेनदेन रही है।
धीरज साहू झारखंड के एक प्रमुख व्यावसायिक और राजनीतिक परिवार से आते हैं। वह कांग्रेस की ओर से दो बार राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। छापेमारी में भारी मात्रा में कैश, आय-व्यय से जुड़े दस्तावेज मिले थे। ओडिशा में इनके रिश्तेदारों के नाम पर भी कई बड़ी कंपनियां हैं। इनमें क्वालिटी बाटलर्स प्राइवेट लिमिटेड, बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड और किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।