दौसा जिले के मण्डावर थाना क्षेत्र में हुई हिस्ट्रीशीटर हरीसिंह उर्फ पिंटू मीना की हत्या का पुलिस ने महज 48 घंटे में खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड में शामिल तीन मुख्य आरोपियों – गणेश मीना उर्फ गोरधन (30), गोलु कुमार मीना (22) और अर्जुन सिंह उर्फ पप्पू (53) – को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की। सभी आरोपियों को पुरानी आपराधिक रंजिश के चलते हत्या में शामिल पाया गया।
जयपुर रेंज के आईजी अजयपाल लाम्बा और एसपी दौसा सागर राणा के निर्देशन में की गई इस त्वरित कार्रवाई का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गुरुशरण राव और सीओ महवा मनोहरलाल ने किया। मण्डावर पुलिस टीम को मिली जानकारी के आधार पर 14 जून की रात को हुई इस हत्या के आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया।
मृतक के पिता रामखिलाड़ी मीना ने 14 जून को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनका बेटा 13 जून की शाम को उकेरी गांव गया था, लेकिन अगले दिन उन्हें सूचना मिली कि रात 1 बजे के आसपास कुछ लोगों ने उसकी निर्मम हत्या कर दी। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर तत्काल जांच शुरू की।
जांच में सामने आया कि हत्या पुरानी आपराधिक रंजिश का नतीजा थी। मुख्य आरोपी उमेश, जिसका पहले से पिंटू मीना से विवाद चल रहा था उसने अपने साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। पिंटू को धोखे से बुलाकर लाठी, डंडे, पत्थर और पाइप से हमला कर उसकी जान ले ली गई।
फिलहाल, पुलिस टीम अन्य फरार आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार करने का दावा किया जा रहा है। इस त्वरित कार्रवाई से मण्डावर पुलिस की प्रोफेशनलिज्म और तत्परता की सराहना हो रही है।