उत्तर प्रदेश के अमेठी के मुसाफिरखाना कस्बे में रविवार शाम मुस्लिम समुदाय के युवकों ने मुहर्रम के पूर्व एक जुलूस निकालते हुए मुसाफिरखाना कोतवाली के सामने पहुंचने पर उसमें शामिल युवकों ने “हिंदुस्तान में रहना है तो या हुसैन कहना है” के नारे लगाकर माहौल खराब करने की कोशिश की।
नारे के सोशल मीडिया पर वायरल होने पर पुलिस ने इसका संज्ञान लिया और केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।
जुलूस में आपत्तिजनक नारे लगाने पर जनपद मुख्यालय गौरीगंज कोतवाली क्षेत्र स्थित स्वामी परमहंस आश्रम सगरा बाबूगंज के पीठाधीश्वर मौनी जी महाराज ने कहा कि कोतवाली के सामने इस तरह के आपत्तिजनक नारे लगाने से यहां एक भय का वातावरण बन गया है।
उन्होंने कहा मैं मुख्यमंत्री योगी और जिला प्रशासन से मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग करता हूं, ताकि ऐसेे तत्वों के नापाक इरादों को रोका जा सके।
मौनी जी महाराज ने कहा कि ऐसे तत्वों की जड़ें पाकिस्तान तक फैली हैंं। ये लोग हिंदुस्तान में सांप्रदायिक दंगे कराना चाहते हैं और यहां की गंगा-जमुनी तहजीब को नष्ट करना चाहते हैं। इसलिए ऐसेे लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसके पीछे राजनीतिक साजिश भी हो सकता है। राजनीतिक संरक्षण में ऐसे असामाजिक तत्व हिंदू व मुसलमान के बीच टकराव उत्पन्न करना चाहते हैं। ये लोग देश व समाज को दंगे की आग में झोंकना चाहते हैं, इसलिए सरकार को तत्काल कार्रवाई कर ऐसेे तत्वों के नापाक मंसूबों को असफल कर देना चाहिए।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने बताया कि थाना मुसाफिरखाना का एक वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से संज्ञान में आया है। वीडियो में दिख रहे लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। केस दर्ज कर वीडियो की जांच भी कराई जा रही है। मामले में उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।