मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा भगवान राम और शिव पर दिए गए वक्तव्य पर आक्रोश जताते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में हार की ‘खिसियाहट’ को हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ के जरिए जाहिर कर रही है। मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में खरगे की टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा, ”कांग्रेस लोकसभा चुनाव 2024 में बुरी तरह पराजित हो रही है और हार की इसी खिसियाहट को वह बहुसंख्यक हिंदू समाज की आस्था को अपमानित कर, उसके साथ खिलवाड़ करके व्यक्त कर रही है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास इस प्रकार के कृत्यों से भरा पड़ा है, लेकिन इन सबके बावजूद चुनाव के समय इस तरह के संवेदनशील मुद्दों को उठाकर कांग्रेस भारत की आस्था के साथ-साथ बहुसंख्यक समाज को अपमानित कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने बुधवार को छत्तीसगढ़ में पार्टी उम्मीदवार शिवकुमार डहरिया के समर्थन में एक चुनावी रैली में कहा था, “उनका नाम शिवकुमार है… वह राम से प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं क्योंकि वह शिव हैं। मैं भी मल्लिकार्जुन हूं। (मैं भी शिव हूं)” आदित्यनाथ ने कहा,‘‘ कांग्रेस की वास्तविकता सामने आ रही है। भारत की सनातन परंपरा को अपमानित करना, उसको लांछित करना, भारत की आस्था के साथ खिलवाड़ करना, ये कांग्रेस की प्रवृत्ति है और कांग्रेस अध्यक्ष को जो कांग्रेसी संस्कार प्राप्त हुए हैं, वही बात वह अपने भाषणों में कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ”आपस में बांटो और राज करो कांग्रेस की पुरानी प्रवृत्ति रही है। उसके चुनाव घोषणापत्र में भी समाज को जातीय आधार पर बांटने का प्रयास किया गया है। देश के अंदर एससी, एसटी, ओबीसी के अधिकार को वह कैसे अल्पसंख्यकों को बांटने की कुत्सित चेष्टा का हिस्सा बन रही है, इसका स्पष्ट उदाहरण कांग्रेस के मैनिफेस्टो में नजर आता है।” उन्होंने कहा,‘‘ इसीलिए कांग्रेस अपनी हार की खिसियाहट को किसी न किसी रूप में हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ करके व्यक्त करना चाहती है।”