प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को उनके बयानों की तुलना संवेदनशील विषयों पर बॉलीवुड के संवादों से की और कहा कि उनकी नीतियों से भारत की विदेश नीति को नुकसान पहुंचा है। इसने भाजपा पर 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद पैदा हुए ‘संकट में अवसर तलाशने’ का भी आरोप लगाया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा 22 अप्रैल से ही निम्न स्तर की राजनीति कर रही है। वे विभाजन की राजनीति करते रहे और उनके लोगों ने कश्मीरियों और अल्पसंख्यकों को परेशान किया। यह सब तब हुआ जब सोशल मीडिया पर भाजपा के हैंडल धार्मिक नफरत फैला रहे थे। उन्होंने वही काम किया जो जिन्ना, जैश और पाकिस्तान चाहते थे।

खेड़ा ने कहा कि जब संकट का दौर आता है तो अपने-परायों की, निडर और कायरों की पहचान हो जाती है। जब 22 अप्रैल को देश पर संकट का समय आया तो कांग्रेस पार्टी के साथ सभी ने प्रधानमंत्री मोदी से यह मांग की, कि आप आतंकवाद का जवाब दीजिए, हम आपके साथ हैं। उन्होंने दावा किया कि नेता विपक्ष राहुल गांधी अपना विदेशी दौरा छोड़कर देश वापस लौटे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तत्काल कार्यसमिति की बैठक बुलाई और बयान जारी कर कहा कि हम सरकार के हर कदम में साथ हैं। इसके बाद राहुल गांधी जी पहले पहलगाम में जाकर घायलों से मिले और स्थानीय लोगों से मिले। फिर पुंछ में पाकिस्तान की कायराना फायरिंग से प्रभावित लोगों से भी मिले।

पवन खेड़ा ने कहा कि जहां एक तरफ कांग्रेस पार्टी और पूरा विपक्ष देशहित में डटा हुआ है, वहीं 22 अप्रैल की रात से आज तक BJP की ओछी राजनीति में कोई कमी नहीं आई है। एक तरफ पूरे देश में आवाज उठ रही थी कि पाकिस्तान को जवाब दिया जाए, आतंकियों के खिलाफ कदम उठाए जाएं। वहीं, BJP के लोग कश्मीर के छात्र-छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे, देश के अल्पसंख्यकों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे। इसके साथ ही BJP द्वारा अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से एक धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश की जा रही थी। ये एक सत्ताधारी दल का स्तर है। सच्चाई ये है कि BJP ने आपदा में अवसर ढूंढा है, जो बहुत ही पीड़ादायक बात है। इसलिए ये सवाल आने वाले कई दशकों तक पूछा जाएगा कि जब देश में आपदा आई थी तो कौन क्या कर रहा था? 

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि अभी तक हमें इस बात का जवाब नहीं मिला है कि 2023 में पुंछ में, 2 अक्टूबर 2024 को गंदेरबल में, अप्रैल 2025 में पहलगाम में आतंकवादियों का क्या हुआ और आतंकवादी कहां हैं? (भारत और पाकिस्तान के बीच) संघर्ष विराम किन शर्तों पर हुआ? हाफिज सईद और मसूद अजहर कैसे भाग निकले? … गंभीर मुद्दों पर गंभीर चर्चा होनी चाहिए। 

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights