नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाला के वकील एपी सिंह ने हाथरस हादसे के बाद गिरफ्तार लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि इस हादसे के पीछे साजिश थी।
कुछ लोगों द्वारा जहरीला स्प्रे इस्तेमाल करने के बाद भगदड़ मची और हादसा हुआ। एपी सिंह ने कहा कि यह विचारणीय है कि हाथरस से सरकार गिराने की बार-बार साजिश क्यों की जाती है।
एपी सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम के आयोजन समिति के 11 लोगों को मैंने ही सरेंडर कराया था। उनसे हमने आज मुलाकात की। इन लोगों में दो महिलाएं और नौ पुरुष हैं। इनमें से कुछ बीमार हैं और उनका इलाज चल रहा है।
उन्होंने कहा कि मुलाकात के दौरान इन लोगों ने वही बताया, जो हादसे के बाद घायलों और मृतकों के परिजनों ने बताया था। इन लोगों ने बताया कि कार्यक्रम में 15-16 युवक लोगों पर जहरीला स्प्रे करते चले गए। इसकी वजह से कुछ लोग बेहोश हुए, गिरे, भगदड़ मची और मौतें हुईं।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एसआईटी व नारायण साकार विश्व हरि ने भी इसे साजिश बताया है।
उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक दलों की भी साजिश हो सकती है, क्योंकि नारायण साकार हरि कभी नोट और वोट की अपील नहीं करते। यह साजिश सनातन धर्म और मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम को बदनाम करने की भी हो सकती है। इसके पीछे उत्तर प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की कोशिश भी हो सकती है।
उन्होंने कहा कि, मैं हाथरस रेप प्रकरण में डिफेंस काउंसिल के रूप में आया था। तब एक झगड़े का मामला था और अलीगढ़ की ट्रायल कोर्ट ने तीनों मुल्जिमों को बरी किया था। तब भी बड़े-बड़े नेताओं ने यहां आकर कहा था कि सीएम योगी को इस्तीफा देना चाहिए। ऐसी साजिश हाथरस में ही क्यों होती है, यह भी देखने का विषय है।