उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य सरकार वक्फ बोर्ड के नाम पर ‘कब्जा’ की गई एक-एक इंच जमीन को वापस लेने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वक्फ के नाम पर जिन-जिन लोगों ने जमीनों पर कब्जा किया है, उन्हें यह ज़मीन वापस ली जाएगी। मुख्यमंत्री ने वक्फ बोर्ड पर कड़ा रुख अपनाते हुए इसे भू-माफियाओं का बोर्ड करार दिया। योगी ने कहा कि यह बताना मुश्किल है कि यह वक्फ बोर्ड है या भू-माफियाओं का बोर्ड है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “राज्य सरकार ने वक्फ अधिनियम में संशोधन किया है और अब वक्फ के नाम पर कब्जाई गई हर एक इंच जमीन की सक्रिय जांच की जा रही है। हम इसे वापस लेंगे और इस जमीन का इस्तेमाल गरीबों के लिए घर बनाने, स्कूल और अस्पताल बनाने में करेंगे।” वहीं, सनातन धर्म की प्राचीन विरासत पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कुंभ की परंपरा वक्फ संस्था से बहुत पुरानी है। सनातन धर्म की गहराई समुद्र से भी अधिक है और यह कभी भी किसी संप्रदाय या धर्म से तुलना नहीं की जा सकती।”
योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके नेताओं पर कड़ा हमला भी किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा के नेता डॉ. राम मनोहर लोहिया के सिद्धांतों को सही तरीके से समझने और पालन करने में नाकाम रहे हैं। मुख्यमंत्री ने लोहिया का एक प्रसिद्ध कथन याद करते हुए कहा, “डॉ. लोहिया ने कहा था कि अगर आपको भारत को समझना है, तो राम, कृष्ण और शिव की परंपराओं का अध्ययन करें। जो लोग लोहिया के सिद्धांतों का पालन करने का दावा करते हैं, वे कभी उनके असली अर्थ को समझ नहीं पाए।”
इसके अलावा, संभल में धार्मिक स्थलों पर हुए विवाद पर भी मुख्यमंत्री ने अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि पुराणों में संभल को भगवान श्री हरि विष्णु के दसवें अवतार कल्कि का जन्मस्थान माना गया है। किसी भी धार्मिक स्थल पर अतिक्रमण या उन्हें नुकसान पहुँचाने की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने साफ कहा, “हमारी सरकार ने न्यायालय के आदेश पर त्वरित कार्रवाई की और दंगाइयों को सख्त संदेश दिया।” वहीं, योगी ने एकता और अखंडता के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि “विभाजन हमेशा कमजोरी की ओर ले जाता है, जबकि एकता हमें शक्तिशाली और अजेय बनाती है।” इस संदर्भ में, उन्होंने ‘बटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे’ का नारा भी दिया।