इलाहाबाद हाई कोर्ट ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण करने की अनुमति दी। इस फैसले पर मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा, “फैसला जल्द से जल्द आना चाहिए वरना बातचीत होती रहेगी। अगर आखिरी फैसला जल्द आता है तो यह देश के लिए अच्छा होगा।”
हेमा मालिनी ने कहा कि इसका फैसला जल्द से जल्द आना ही सही होगा। वरना कुछ ना कुछ बातें तो होती ही रहेंगी। अगर अंतिम फैसला जल्द आ जाएगा तो यह पूरे देश के लिए बहुत अच्छा होगा।
इस पूरे मामले पर हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा है कि इलाहाबाद हाई कोर्ट ने ASI को सर्वेक्षण करने के लिए कहा है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने जिला कोर्ट के फैसले को तत्काल प्रभाव से प्रभावी करने के लिए भी कहा है।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, मैं आदेश का स्वागत करता हूं। मुझे विश्वास है कि ASI के सर्वेक्षण से सच्चाई सामने आएगी और इस विवाद का भी निस्तारण होगा।
समाजवादी पार्टी सांसद डॉ. एस टी हसन ने कहा है कि अदालत ने जो फैसला दिया उससे माना होगा। सर्वे के दौरान उस स्मारक को कोई नुकसान न पहुंचे। जो भी सर्वे का फैसला होगा वह हम मानेंगे लेकिन यह फैसला सभी पक्षों को मानना होगा। हमारे देश को आज सांप्रदायिक सौहार्द्र और राष्ट्रीय एकीकरण की बहुत जरूरत है। हम में से किसी को भी ऐसे बयान नहीं देने चाहिए जिससे फासले बढ़ें।