गाजियाबाद के मोदीनगर थाना क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर में बीए फर्स्ट ईयर के छात्र का जबर्दस्ती धर्मांतरण कराने के मामले में पुलिस ने मां-बेटे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। आरोप है कि मां-बेटे पैसों का लालच देकर अब तक काफी लोगों का धर्मांतरण करा चुके थे। पुलिस अब कई पहलुओं को ध्यान में रखकर इस मामले की जांच कर रही है।
गांव शाहजहांपुर में रोहित कुमार के घर पर कुछ लोग हापुड़ से धर्मांतरण कराने के लिए आए थे। भनक लगने पर हिंदू युवा वाहिनी के नीरज शर्मा सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ वहां पहुंच गए और जमकर हंगामा किया। हंगामा बढ़ता देखकर पुलिस कई लोगों को हिरासत में लेकर मोदीनगर थाने ले आई।
आरोप था कि कुछ लोगों का धर्मांतरण कराया जा रहा है। रविवार को भी इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करने की मांग को लेकर हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। उनका आरोप था कि पुलिस जान बूझकर धर्मांतरण कराने वालों को बचा रही थी, जबकि पुलिस का कहना था कि इस मामले में अभी तक कोई तहरीर नहीं आई है। सोमवार को इस मामले में गांव शाहजहांपुर निवासी आशीष कुमार ने गांव के ही मां-बेटे के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी।
उनका आरोप है कि उसकी तबीयत अक्सर खराब रहती है। पड़ोस में रहने वाले रोहित ने कहा कि यदि तुम हमारे धर्म में आ जाओगे तो सब कुछ ठीक हो जाएगा और मोटे पैसे भी कमाने का मौका मिलेगा। आशीष का आरोप है कि मां-बेटे पैसे का लालच देकर कई लोगों का धर्मांतरण करा चुके हैं। एसीपी मोदीनगर ने बताया कि तहरीर के आधार पर रोहित कुमार और कुसुम निवासी शाहजहांपुर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
बीए फर्स्ट ईयर के छात्र आशीष कुमार के धर्मांतरण कराने के मामले में एटीएस, आईबी और एलआईयू सहित अन्य कई जांच एजेसियों ने गांव शाहजहांपुर में डेरा डाल दिया है। अब अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि अब तक कितने लोगों का धर्मातरण कराया गया। दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक जांच एंजेसियों के लोग गांव शाहजहांपुर में रहे और ग्रामीणों के बयान दर्ज किए। जांच करने आए अधिकारियों ने बात करने से इनकार कर दिया।