समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने सनातन धर्म को लेकर एक बार फिर विवादित बयान दिया। उन्होंने दावा किया कि सनातन का ढोल पीटने वाले लोग ही सनातन धर्म का अर्थ नहीं समझते। बलिया के रसड़ा तहसील क्षेत्र अंतर्गत अमहर ग्रामसभा में बौद्ध सम्मेलन को संबोधित करने स्वामी प्रसाद मौर्य पहुंचे थे।
उन्होंने दावा किया कि जो लोग बौद्ध धर्म का सनातन धर्म लेकर बड़े सनातनी बन रहे हैं। इनके सनातन और सच के सनातन में बहुत अंतर है। उन्होंने कहा कि सच का सनातन जो आदि काल में था, आज भी है और आगे भी रहेगा। वो सूर्य, हवा, पानी और अग्नि है जो प्रकाश, जल, हवा व अग्नि आदि देने में कोई जाति, धर्म का भेदभाव नहीं करता।
हवा आक्सीजन के लिए, नदी जल के लिए, सूर्य प्रकाश के लिए, कोई ब्राम्हण, क्षत्रिय, वैश्य, सूद्र व मुस्लिम का भेदभाव नहीं करती यही सनातन है। उन्होंने कहा कि बच्चा मां की कोख से पैदा होता है ये सनातन है। परंतु ये मुख से ब्राम्हण, बाजुओं से क्षत्रिय, जांघ से वैश्य व पैरों से सूद्र पैदा कर देते हैं। यह बकवास सनातन नहीं हो सकती।
उन्होंने कहा कि सनातन वैज्ञानिक, सर्व ग्राही व सबको स्वीकार्य भी है। उन्होंने दावा किया कि हम उनसे बड़े सनातनी हैं इसलिए जो सनातन का ढोल पीटते हैं वो सनातन विरोधी हैं। देश के तीन राज्यों में बीजेपी की बहुमत मिलने पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने ईवीएम मशीन पर सवाल उठाया।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग बोलते हैं मोदी जीत रहे हैं। मैं कहता हूं मोदी नहीं जीत रहे हैं। ये ईवीएम का तिगड़म जीत रहा है। क्योंकि उत्तर प्रदेश में 2022 का चुनाव हुआ। 403 विधानसभा में 309 सीटों पर बैलेट पेपर वोटिंग में समाजवादी आगे थी। उसमें बीजेपी में मात्र 94 सीटों में आगे रही। कहा कि इसका मतलब ईवीएम में खेल है।
इतना ही नहीं हाल ही में तीन राज्यों के चुनाव परिणाम पर भी स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी को घेरा। उन्होंने कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में बैलेट वोटिंग में दो तिहाई से ज्यादा में कांग्रेस आगे है। वो ईवीएम की गिनती में आगे हो गई। ये ईवीएम के तिगड़म की जीत है, मोदी की करिश्मा की जीत नहीं है।

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