भारत के ख्याति प्राप्त वरिष्ठ शिल्पकार राम सुतार को महाराष्ट्र सरकार के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार 2024” से सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज विधानसभा में इसकी औपचारिक घोषणा की। 100 वर्षीय राम सुतार अपनी कला में आज भी सक्रिय हैं और देश-विदेश में अपनी अद्वितीय शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध हैं।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को विधानसभा में बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने राम सुतार को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार 2024 प्रदान करने का निर्णय लिया है। 12 मार्च 2025 को हुई चयन समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के तहत ₹25 लाख नकद, मानपत्र, मानचिन्ह और शाल प्रदान किए जाएंगे।
राम सुतार एक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शिल्पकार हैं, जो अब तक 50 से अधिक भव्य शिल्पों का निर्माण कर चुके हैं। उनके द्वारा निर्मित “स्टैच्यू ऑफ यूनिटी” (सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा) विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है। वर्तमान में वे इंदू मिल में बन रहे “स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी” (डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर स्मारक) और छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक (400 फीट ऊंचा) समेत कई महत्वपूर्ण शिल्पों पर कार्य कर रहे हैं।
राम सुतार की कला की खासियत यह है कि वे अपने शिल्पों में अद्वितीय यथार्थवाद और मानवीय भावनाओं को जीवंत रूप से उकेरते हैं। उनका मानना है कि “शिल्प भी इतिहास के साक्षी होते हैं”, और वे अपनी कला के माध्यम से ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों को निरंतर संजोने का कार्य कर रहे हैं।
100 वर्षीय राम सुतार के लिए यह सम्मान न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे भारत के कला प्रेमियों के लिए गर्व का विषय है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि “राम सुतार की कला आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनी रहेगी”। उनकी कला को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिली है।