शिवसेना विधायक यामिनी जाधव का एक वीडियो बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हुआ जिसमें वह मुस्लिम महिलाओं को बुर्का बांटती दिखाई दे रही हैं।
इस पर सत्तारूढ़ सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि यह उनका विशेषाधिकार है, लेकिन वह इस तरह की ‘‘तुष्टीकरण की राजनीति’’ को स्वीकार नहीं करती।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी की विधायक यहां भायखला निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं, जहां मुस्लिम आबादी काफी है। एक वीडियो में जाधव बुर्का बांटती दिख रही हैं, जबकि अन्य वीडियो में वह कहती सुनाई दे रही हैं कि बुर्का बांटने का यह काम आने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए नहीं किया जा रहा है।
जाधव ने वीडियो में कहा, ‘‘अगर विपक्ष को लगता है कि बुर्का, हिजाब बांटना यामिनी जाधव या यशवंत जाधव (उनके पति एवं शिवसेना नेता) द्वारा मुसलमानों का विश्वास जीतने के लिए किया जा रहा है, तो यह कोई राजनीतिक ‘जुमला’ नहीं है।’’
कई बार संपर्क करने के प्रयास के बावजूद यामिनी और यशवंत जाधव दोनों ही इस मामले में प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं हो पाए। भाजपा की मुंबई इकाई के अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा कि उनकी पार्टी ऐसे कार्यक्रमों के पक्ष में नहीं है।
शेलार ने कहा, ‘‘स्थानीय विधायक का विशेषाधिकार है कि वह जो चाहे बांटे, लेकिन भाजपा बुर्का बांटने जैसी तुष्टीकरण की राजनीति को स्वीकार नहीं करती।’’ प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की प्रवक्ता सुषमा अंधारे ने कहा कि जाधव इसलिए निशाने पर हैं क्योंकि वह दलबदलू विधायकों के समूह से हैं जो दिखावे के लिए हिंदुत्व की बात करते रहते हैं।