दिल्ली में उफनती यमुना नदी ने शुक्रवार को शांत होने के संकेत दिए। हालांकि रिंग रोड पर बने रेगूलेटर नंबर 12 के टूटने के कारण आईटीओ, रिंग रोड पर बाढ़ का पानी घुस गया, जो सुप्रीम कोर्ट के पास तक पहुंच गया। आखिरकार शुक्रवार को सेना और नौसेना की मदद ली गई। सेना, नौसेना और एनडीआरएफ ने दिल्ली सरकार के प्रशासनिक अमले के साथ मिलकर मोर्चा संभाला। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रेगुलेटर के मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया। शाम को उपराज्यपाल कार्यालय ने एक गुड न्यूज दी और बताया कि सेना ने क्षतिग्रस्त रेगुलेटर की मरम्मत का काम 80 फीसदी तक पूरा कर लिया है। वहीं आईटीओ बैराज से भी एक गुड न्यूज सामने आई है।

एलजी कार्यालय ने कहा- सेना ने टूटे हुए रेगूलेटर को जोड़ने का काम अस्सी फीसदी तक पूरा कर लिया है। इसे ठीक करने के काम में सेना तीन अधिकारी, छह जेसीओ और 45 जवान लगे हुए हैं। रात तक इस के पूरा हो जाने की संभावना है। बता दें कि रिंग रोड पर बने रेगूलेटर नंबर 12 के टूटने से दिल्ली के कई हिस्सों में बाढ़ का पानी भर गया था। वहीं, आईटीओ बैराज से भी एक अच्छी खबर सामने आई है। बैराज के पांच गेटों को जाम करने वाली गाद को भी साफ कर दिया गया है। इसके चलते अब उन्हें हाईड्रोलिक तरीके से खोला जा सकेगा। पहले गाद के चलते पहले इन गेटों को खोलने के बजाय काटने की बात की जाने लगी थी।

एक अच्छी खबर यह भी है कि दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर शुक्रवार रात दस बजे घटकर 208.02 मीटर के स्तर पर आ गया। हालांकि, शहर के कई प्रमुख इलाके अब भी जलमग्न हैं। मालूम हो कि तीन दिन पहले यमुना के जलस्तर ने 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। मालूम हो कि दिल्ली में यमुना नदी ने बुधवार को 1978 के 207.49 मीटर के रिकॉर्ड स्तर को तोड़ दिया था। यह बुधवार को 207.71 मीटर के निशान पर पहुंच गई थी। बृहस्पतिवार को यमुना का जलस्तर तीन घंटे तक स्थिर रहने के बाद बढ़ना शुरू हुआ था। यह शाम सात बजे 208.66 मीटर के स्तर पर पहुंच गया था, जो 205.33 मीटर के खतरे के निशान से करीब तीन मीटर अधिक है।

इस बीच मौसम विभाग ने एक चिंताजनक खबर दी है। मौसम विभाग ने दिल्ली में शनिवार को मध्यम बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि शनिवार को आमतौर पर आसमान में बादल छाए रहेंगे और गरज चमक के साथ जोरदार बारिश होगी। इससे लोगों की परेशानियां बढ़ सकती हैं क्योंकि शहर में यमुना नदी के उफान के कारण पहले से ही बाढ़ जैसे हालात हैं। इस बीच लक्ष्मी नगर और पूर्वी दिल्ली समेत राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को हल्की बारिश हुई। मालूम हो कि रेगुलेटर खराब होने के कारण आईटीओ चौराहे और राजघाट के इलाके जलमग्न हो गए जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई और लोग घंटों जाम में फंसे रहे।

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