कॉलेजियम की सिफारिशों पर राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में तीन नए जजों की नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर सकती है। उम्मीद है कि शुक्रवार सुबह भारत के मुख्य न्यायाधीश भूषण आर गवई इन जजों को शपथ दिलाएंगे। नियुक्तियों से संबंधित फाइलें बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास पहुंचीं और अब उन्हें मंजूरी मिल गई है। उम्मीद है कि केंद्रीय कानून मंत्रालय जल्द ही औपचारिक अधिसूचना जारी करेगा, जिससे सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा शुरू की गई प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
यह न्यायपालिका में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है, जो कॉलेजियम की सिफारिश के तीन दिन बाद आया है। इस त्वरित कार्रवाई को सीजेआई गवई के कार्यकाल की सकारात्मक शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है, जिन्होंने इस महीने की शुरुआत में पदभार संभाला था। पदोन्नति के लिए निर्धारित तीन न्यायाधीश हैं: न्यायमूर्ति एनवी अंजारिया, कर्नाटक हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, जिनका मूल हाई कोर्ट गुजरात है; विजय बिश्नोई, गुवाहाटी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, जिनका मूल उच्च न्यायालय राजस्थान है, और न्यायमूर्ति एएस चंदुरकर, बॉम्बे हाई कोर्ट के न्यायाधीश। उनकी नियुक्तियों के साथ, सुप्रीम कोर्ट अपने स्वीकृत 34 न्यायाधीशों की संख्या तक पहुँच जाएगा।
कॉलेजियम में शीर्ष अदालत के पांच सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश शामिल हैं। सीजेआई गवई के अलावा जस्टिस सूर्यकांत, विक्रम नाथ, जेके माहेश्वरी और बीवी नागरत्ना जजों के चयन निकाय के सदस्य हैं। 26 मई, 2025 को अपनी बैठक में कॉलेजियम ने तीन जजों की पदोन्नति की सिफारिश की थी।