प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने शनिवार को मालदीव के सैन्य बल के प्रमुख मेजर जनरल इब्राहिम हिल्मी के साथ गहन वार्ता की। इस वार्ता में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के पिछले साल नवंबर में पदभार संभालने के उपरांत दोनों देशों के बीच सैन्य संबंधों में आए तनाव के बाद इसे फिर से सुधारने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
दोनों शीर्ष सैन्य अधिकारियों के बीच यह बातचीत भारत और मालदीव के बीच पांचवें दौर की रक्षा वार्ता आयोजित किये जाने के एक दिन बाद हुई, जिसमें जारी रक्षा परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाने का निर्णय लिया गया।
अधिकारियों ने कहा कि बातचीत का उद्देश्य द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाना था, जिसमें क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करना और द्विपक्षीय प्रशिक्षण के अवसरों को बढ़ाने का उपाय करना शामिल है।
समझा जाता है कि चर्चा में समुद्री सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग पर प्रमुखता से विचार किया गया। भारत और मालदीव के बीच संबंधों में तब गंभीर तनाव आ गया, जब चीन के प्रति झुकाव के लिए जाने जाने वाले मुइज्जू ने लगभग 10 महीने पहले राष्ट्रपति पद संभाला था। पद की शपथ लेने के कुछ ही घंटों के भीतर मुइज्जू ने अपने देश से भारतीय सैन्यकर्मियों को वापस बुलाने की मांग की थी।