मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी को इमारते सरिया सहित कई धार्मिक मुस्लिम संगठनों द्वारा बायकॉट किया जा रहा है. वहीं अब बीजेपी ने मुस्लिम संगठनों से अपील की है कि राजद के करगुजारियों से दूर रहे वे लोग एम बाई को अपना बपौती समझते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सबका साथ सबका विकास के साथ बिहार का विकास और आपकी सद्भाव के साथ चल रहे हैं.
बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा,”मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इफ्तार पार्टी को धार्मिक मुस्लिम संगठन इमारतें सरिया सहित कई मुस्लिम संगठनों का बायकॉट किया जाना काफी निंदनीय है. लेकिन सबसे बड़ी बात है कि इसका प्रचार प्रसार आरजेडी के द्वारा किया जा रहा है.”
इमारते शरिया ने क्या कहा?
इमारते सरिया के प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी अपने पोस्ट से शेयर किया है. उन्होंने कहा कि वफ्फ बोर्ड संशोधन बिल बोर्ड के करोड़ संपत्तियों को बचाने के लिए किया गया है. इसके करोड़ों रुपए और भूखंडों को अवैध कब्जा हो रही है इसको बचाने की के लिए यह बिल लाया जा रहा है. बिहार धार्मिक न्यास परिषद ने भी मठ मंदिरों के जमीन की नापी शुरू कर दी है. इसलिए मुसलमान को चिंतित होने की जरूरत नहीं है.
इसलिए मुस्लिम संगठनों ने किया बायकॉट
बता दें कि सीएम नीतीश कुमार की ओर से मुख्यमंत्री आवास एक अने मार्ग में रविवार (23 मार्च) को इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया है, लेकिन जेडीयू द्वारा वक्फ संशोधन विधेयक 2024 का समर्थन करने के मामले पर कई मुस्लिम संगठन जैसे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, इमारत ए शरिया, जमीयत उलेमा हिंद, जमात ए इस्लामी हिंद, खानकाह मुजीबिया जैसे प्रमुख संगठन की ओर से सम्बदाता सम्मेलन कर के सामूहिक रुप से बहिष्कार किया गया है. आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने इमारत ए शरिया का लेटर जारी किया. अब बीजेपी इसको लेकर आरजेडी पर हमला करने में जुट गई है.