आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज को बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास में प्रवेश करने से रोक दिया गया। इस पर आप नेताओं और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इसके बाद दोनों नेता धरने पर बैठ गए। पुलिस ने ‘आप’ नेताओं को परिसर में जाने से रोकने के लिए छह, फ्लैगस्टाफ रोड बंगले के सामने अवरोधक लगा दिए और जवानों को तैनात किया है। ‘आप’ नेताओं ने मीडिया को मुख्यमंत्री आवास का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया था।
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने आवास पर आने की अनुमति मांगी थी तो सिंह और भारद्वाज ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें मुख्यमंत्री के आवास में प्रवेश करने की अनुमति क्यों चाहिए?” उन्हें आवास में प्रवेश की अनुमति के लिए अधिकारियों से बात करते देखा गया। भारद्वाज को एक अधिकारी से बोलते हुए सुना गया, ‘‘आपको हमें रोकने का निर्देश किसने दिया? मैं एक मंत्री हूं और मैं यहां मुआयना करने के लिए आया हूं। आप मुझे कैसे रोक सकते हैं और किसके आदेश पर? क्या आपको उपराज्यपाल से निर्देश मिले हैं?।”
इससे पहले सिंह और भारद्वाज ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वे पत्रकारों को प्रधानमंत्री आवास पर भी ले जाएंगे, जिसे ‘आप’ ने ‘‘राज महल” करार दिया और दावा किया कि इसे 2,700 करोड़ की लागत से बनाया गया है। भारद्वाज ने कहा, ‘‘जैसा कि वादा किया था, हम सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास छह, फ्लैगस्टाफ रोड पर जाएंगे और भाजपा के दावे के अनुसार वहां ‘गोल्डन कमोड’, ‘स्विमिंग पूल’ और ‘मिनी बार’ खोजने की कोशिश करेंगे।” उन्होंने कहा, ‘‘इस बात पर गौर किया जाना चाहिए ये दोनों (मुख्यमंत्री आवास और प्रधानमंत्री आवास) संपत्तियां सरकारी आवास हैं। इन्हें करदाताओं के पैसे से बनाया गया है और कोविड महामारी के दौरान निर्माण हुआ। अगर धन के दुरुपयोग के आरोप हैं, तो दोनों की जांच होनी चाहिए।”
भाजपा के तंज की प्रतिकिया में ‘आप’, भाजपा को प्रधानमंत्री आवास को मुद्दा बनाकर घेरने की कोशिश कर रही है। ‘आप’ का कहना है कि प्रधानमंत्री एक आलीशान जीवन जीते हैं और पार्टी ने उनके आधिकारिक आवास को ‘‘राज महल” करार दिया है। भाजपा, विधानसभा चुनाव के अपने प्रचार अभियान में ‘‘शीश महल” के मुद्दे पर ‘आप’ को घेरने में लगी है। भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने दावा किया है कि केजरीवाल के बंगला खाली करने के बाद ‘‘गोल्डन कमोड” सहित कई कीमती सामान गायब हो गए हैं। मंगलवार को ‘आप’ ने भाजपा को चुनौती दी कि वह प्रधानमंत्री आवास को मीडिया के लिए खोलकर हकीकत दिखाए। साथ ही आप ने पत्रकारों को मुख्यमंत्री आवास का दौरा कराने की पेशकश भी की।