उत्तर प्रदेश में सिपाही भर्ती मामले में प्रतीक्षारत चल रही IPS अधिकारी रेणुका मिश्रा को DGP मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। इस कदम के बाद उनकी पोस्टिंग की राह और भी मुश्किल होती नजर आ रही है।
रेणुका मिश्रा, जो कि सिपाही भर्ती मामले में जांच का सामना कर रही हैं, को वर्तमान में DGP मुख्यालय से जोड़ा गया है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब उनकी पोस्टिंग को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। मामले की जांच और उसकी जटिलताओं के चलते उनके लिए कोई नई जिम्मेदारी लेना कठिन होता जा रहा है।
DGP मुख्यालय से संबद्ध किए जाने के बाद, रेणुका मिश्रा की पोस्टिंग की संभावनाएं कम होती दिखाई दे रही हैं। विभागीय सूत्रों का कहना है कि जब तक सिपाही भर्ती मामले में जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक उनके लिए कोई महत्वपूर्ण पदभार सौंपा जाना संभव नहीं है।
पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों ने इस कदम को आवश्यक बताया है, ताकि जांच निष्पक्ष और प्रभावी ढंग से पूरी की जा सके। DGP मुख्यालय में रेणुका मिश्रा को संबद्ध करने का निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि वह जांच के दौरान उपलब्ध रहें और किसी भी प्रकार के प्रभाव से बचा जा सके।
इस घटनाक्रम के बाद से उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में हलचल तेज हो गई है, और रेणुका मिश्रा की पोस्टिंग को लेकर अटकलें जारी हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए, उनके भविष्य के बारे में कोई भी निर्णय जांच के निष्कर्ष पर निर्भर करेगा।