गौतमबुद्ध नगर। उत्तर प्रदेश भू-सम्पदा विनियामक प्राधिकरण (उ प्र रेरा) में सितम्बर माह में प्रदेश भर से सर्वाधिक 36 नई रियल एस्टेट परियोजनाएं पंजीकृत की गई हैं। एक माह में पंजीकृत होने वाली यह सबसे अधिक परियोनाएं है जो स्वयं में एक नया रिकार्ड है।
इन परियोजनाओं में 32 आवासीय तथा 4 व्यवसायिक परियोजनाएं हैं जिनकी अनुमानित लागत 3648.35 करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं से कुल 8116 इकाइयों/ यूनिटस का निर्माण किया जाएगा जिसमे 6931 नई आवासीय तथा 1185 व्यवसायिक यूनिटस प्रस्तावित है। एनसीआर के जनपदों में 12 परियोजनाएं पंजीकृत हुई हैं।
वर्ष 2020 और 2021 में कोविड-19 की महामारी से उबरने के बाद त्योहारों के इस सीजन में सभी क्षेत्रों में प्रगति दिख रही है और रियल एस्टेट इसमे अपवाद नहीं है। विशेषकर उत्तर प्रदेश का रियल एस्टेट क्षेत्र इस मामले में नए रिकॉर्ड बना रहा है और यह रियल एस्टेट सेक्टर के लिए महामारी से तेजी से उबरने के संकेत है। उत्तर प्रदेश में कई विशाल इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं जैसे; इंटरनेशनल एयरपोर्ट, रैपिड रेल, मेट्रो रेल, एक्स्प्रेसवे व हाई वे, ट्रांसपोर्ट हब, डाटा सेंटर, लॉजिस्टिक पार्क, व फ्रेट कॉरीडोर के निर्माण तथा सामान्य बुनियादी ढांचा के सुदृढ़ विकास एवं बहुआयामी औद्योगिक निवेश के अनुकूल माहौल आदि से रियल एस्टेट सेक्टर को बढ़ावा मिला है।
क्रेडाई एनसीआर और गौड़ ग्रुप के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मनोज गौड़ ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा “यह सेक्टर के लिए एक महत्वपूर्ण विकास है, 2 साल की सुस्त अवधि के बाद, रियल एस्टेट क्षेत्र उत्तर प्रदेश में एक नई ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है। पहले हम यह देखते थे देखने के लिए कि अधिकांश रियल एस्टेट का डेवलपमेंट का केंद्र एनसीआर में था, लेकिन अब हम उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों में क्षेत्र की वृद्धि देख सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप राज्य के अन्य हिस्सों में भी इस क्षेत्र की एक समान वृद्धि हुई है। सितंबर 2022 के महीने में यूपी रेरा में पंजीकृत अब तक की सबसे अधिक परियोजनाओं से पता चलता है कि यूपी के बाजार में पहले से ही आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं की भारी मांग है और अगर अर्थव्यवस्था उसी दर से बढ़ती रही तो यह मांग और बढ़ेगी। हम यूपी रेरा से इस खबर का स्वागत करते हैं और आशा करते हैं कि यूपी रेरा इस रिकॉर्ड को तोड़ता रहेगा।”