जम्मू-कश्मीर के चटरू के सिंहपोरा इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ दूसरे दिन भी जारी है। ऑपरेशन के दौरान एक जवान वीरगति को प्राप्त हो गए।
बीते गुरुवार को सुरक्षाबलों ने गोलीबारी के बाद तीन से चार आतंकियों को घेर लिया। गोलीबारी में एक जवान शहीद भी हो गया। फिलहाल इलाके में तलाशी अभियान जारी है। अन्य घायल सैनिकों का उपचार उधमपुर सेना अस्पताल में किया जा रहा है।
इस बीच जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) नलिन प्रभात ने किश्तवाड़ जिले के उस इलाके का दौरा किया जहां आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक सैनिक शहीद हो गया था जबकि चार आतंकवादियों के अब भी इलाके में छिपे होने की आशंका है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पुलिस की एक प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवाद विरोधी अभियान की समीक्षा करने और जमीनी स्थिति एवं अभियान की रणनीति का आकलन करने के लिए डीजीपी ने बृहस्पतिवार को सिंहपोरा-चतरू क्षेत्र का दौरा किया, जहां एक बड़ा आतंकवाद विरोधी अभियान जारी है।
उन्होंने बताया कि पुलिस महानिरीक्षक (जम्मू जोन) भीम सेन टूटी और उप महानिरीक्षक श्रीधर पाटिल के साथ डीजीपी ने घने जंगलों में अभियान का नेतृत्व कर रहे पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की।
बृहस्पतिवार को कुछ देर गोलीबारी के बाद से जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी), थल सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि इलाके में छिपे संदिग्ध आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए व्यापक तलाश अभियान चलाया गया है।
उन्होंने बताया कि किश्तवाड़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) समेत वरिष्ठ अधिकारी सुरक्षा बलों के बीच निर्बाध समन्वय सुनिश्चित करने के लिए घटनास्थल पर डेरा डाले हुए हैं।
डीजीपी ने मौके पर मौजूद कर्मियों से बातचीत की, उनके प्रयासों की सराहना की और उनसे दृढ़ संकल्प के साथ काम करते रहने का आग्रह किया।
प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने आतंकवादी गतिविधियों में शामिल सभी लोगों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए विशेष निर्देश भी जारी किए तथा क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने के लिए आतंकवाद विरोधी अभियानों को जारी रखने के प्रति पुलिस बल की प्रतिबद्धता दोहराई।