राहुल गांधी सावरकर पर टिप्पणी करने के बाद घिरते नजर आ रहे हैं. महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट ने इसपर कड़ी नजारगी जताई है. एनसीपी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने गांधी परिवार (राहुल गांधी) को सलाह दी है कि उन्हें अब से विनायक दामोदर सावरकर की आलोचना नहीं करनी चाहिए. शरद पवार ने सोमवार शाम कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा आयोजित रात्रिभोज में विपक्षी नेताओं की बैठक के दौरान यह मामला उठाया. पवार ने राहुल गांधी को सावरकर की आलोचना नहीं करने की सलाह दी है.
गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने बैठक का बहिष्कार किया था. पवार ने कथित तौर पर राहुल से कहा कि उन्हें सावरकर की आलोचना नहीं करनी चाहिए, जो महाराष्ट्र में बहुत सम्मानित व्यक्ति हैं, क्योंकि यह राज्य में एमवीए गठबंधन के लिए अनुकूल नहीं होगा. पवार ने यह भी बताया कि सावरकर कभी भी आरएसएस के सदस्य नहीं थे और गांधी के वंशज को याद दिलाया कि गठबंधन की असली लड़ाई बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी के साथ है.
कांग्रेस पार्टी के प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे पवार से सहमत दिखे. सांसद संजय राउत के अगले कुछ दिनों में खड़गे से मिलने की संभावना है, क्योंकि पवार ने परेशानियों को दूर कर लिया है. सोमवार को, एकनाथ शिंदे ने राहुल के बयान ‘वह माफी नहीं मांगेंगे क्योंकि वह गांधी हैं, सावरकर नहीं.’ का जवाब देते हुए सीएम शिंदे ने कहा, ‘राहुल सावरकर बनने की उम्मीद नहीं कर सकते. आपके पास न तो जुनून है और न ही बलिदान की भावना. राहुल को एक दिन जेल में रहना चाहिए, जहां सावरकर 11 साल तक रहे थे.”