इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ज्ञानवापी स्थित शृंगार गौरी की नियमित पूजा के अधिकार मामले में अपने निर्णय में कहा कि वर्तमान में वर्ष में एक बार पूजा की अनुमति है। जब वर्ष में एक बार पूजा से मस्जिद के चरित्र को कोई खतरा नहीं होता है तो रोजाना या साप्ताहिक पूजा से मस्जिद के चरित्र में बदलाव कैसे हो सकता है?