उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक बार फिर से ट्रेन पलटने की कोशिश की गई। गनीमत रही कि फिर से यहां हादसा होते-होते टल गया। टपरी जंक्शन के पास रेलवे ट्रैक पर लोहे का गेट पड़ा मिला। गनीमत रही कि गश्त कर रहे गेटमैन की पटरी पर पड़े इस गेट पर नजर पड़ गई और यह साजिश नाकाम हो गई।
विकृत मानसिकता के लोगों की ट्रेन पलटने की साजिश तो नाकाम हो गई लेकिन इस घटना की वजह से आनंद विहार कोटवाड़ा एक्सप्रेस को बीच रास्ते करीब आधे घंटे तक रोकना पड़ा। पेट्रोलिंग कर रहे गेट मैंन ने अचानक रेलवे ट्रैक पर पड़े हुए लोहे के गेट को देख लिया और तुरंत इसकी खबर रेलवे के संचालन डिपार्टमेंट को दी। यह सूचना इतनी हैरान कर देने वाली थी की हड़कंप मच गया। आनन-फानन में टपरी के आसपास वाली ट्रेनों की लोकेशन ट्रैस की गई और एक तकनीकी दल को उस स्थान पर रवाना किया गया जहां पर यह गेट रेलवे ट्रैक पर पड़ा था।
इस तरह रेलवे ने संचालन दल ने आनंद विहार कोटवाड़ा ट्रेन को ट्रैस करके उसे टपरी स्टेशन से पहले ही रुकवा दिया गया तो दूसरा तकनीकी दल मौके पर पहुंचा और रेलवे ट्रैक पर पड़े इस गेट को हटाया गया। प्राथमिक पड़ताल में माना जा रहा है कि ये साजिश हो सकती है। किसी ने जानबूझकर गेट का टुकड़ा रेलवे ट्रैक पर डाला है। सहारनपुर रेलवे स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार त्यागी ने बताया कि पूरा मामला दिल्ली रेल खंड से जुड़ा है लेकिन इसकी जानकारी सहारनपुर रेलवे स्टेशन पर भी पहुंची थी। इस घटना की वजह से ट्रेन संख्या 14089 आनंद विहार कोटवाड़ा को रोकना पड़ा। आरपीएफ के साथ-साथ जीआरपी ने इस पूरे मामले में छानबीन शुरू कर दी है। जीआरपी एसपी आशुतोष शुक्ला ने मीडियाकर्मियों से कहा है कि प्रथमिक तौर पर इस पूरी घटना को साजिश कहा जा सकता है, जिस तरह से गेट का हिस्सा ट्रैक पर पड़ा हुआ मिला है उससे यही आशंका जताई जा रही है कि ट्रेन को पलटने की साजिश हो सकती है। अच्छी बात रही कि गेटमैन की सजगता से हाद्सा टल गया। फिलहाल इस पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है।