जिले में एक बार फिर से टोल कर्मचारियों की गुंडागर्दी सामने आई है। टोल कर्मचारियों ने एक ग्राम प्रधान की कार पर लाठी-डंडों से तोड़फोड़ की। ग्राम प्रधान ने अपनी कार को वहां से भगाकर अपनी जान बचाई। वहीं बारातियों को भी लाठी-डंडो से दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
पुलिस ने बारातियों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया। लेकिन वीडियो सामने आने के बाद टोल कर्मचारियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करना पड़ा। मामला थान फतेहपुर के चमारी खेड़ा टोल प्लाजा का है। घटना 20 अप्रैल की देर रात की बताई जा रही है।
दरअसल, थाना फतेहपुर के चमारी खेड़ा टोल पर बारातियों और टोल कर्मियों की बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि टोल पर करीब 12-13 टोल कर्मचारी लाठी-डंडों के साथ आ गए। बारातियों और टोल कर्मचारियों में जमकर मारपीट हुई।
दरअसल, थाना फतेहपुर के चमारी खेड़ा टोल पर बारातियों और टोल कर्मियों की बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि टोल पर करीब 12-13 टोल कर्मचारी लाठी-डंडों के साथ आ गए। बारातियों और टोल कर्मचारियों में जमकर मारपीट हुई।
आरोप है कि पुलिस ने टोल कर्मियों का मेडिकल कराया और बारातियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन बरातियों का मेडिकल भी नहीं कराया गया और उन्हे टरका दिया था।शेखुपुर मुजाहिदपुर के प्रधान मोहम्मद आजम घायलों को लेकर सहारनपुर जा रहे थे कि टोल पर उनकी कार पर लाठी डंडों से हमला कर दिया। आजम ने कार को दौड़ा कर अपनी तथा कार सवारों की जान बचाई।
प्रधान ने बसपा के लोकसभा प्रत्याशी माजिद अली को सूचना दी। माजिद अली के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण थाने पहुंचे। इसके बाद बरातियों की तरफ से आठ-दस टोल कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। जिसका 45 सेकेंड का एक वीडियो भी सामने आया है।
ग्राम प्रधान की कार पर टोल कर्मियों ने तोड़फोड़ कर दी। टोल कर्मी ग्राम प्रधान को गाड़ी से बाहर निकालकर पीटने वाले थे। तभी प्रधान ने अपनी कार को दौड़ा लिया और अपनी जान बचाई। लेकिन टोल कर्मचारी करीब 500 मीटर तक कार के पीछे लाठी-डंडें लेकर दौड़ें। हालांकि दोनों पक्षों को चोट आई है। घायलों को सीएचसी फतेहपुर में प्राथमिक उपचार कराया।