उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के नागल क्षेत्र में जमानत पर जेल से रिहा हुए सिरफिरे ने धारदार हथियार से अपनी पत्नी की हत्या कर दी और बाद में खुद फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। पुलिस सूत्रों ने बताया कि नागल कस्बा निवासी सोमपाल कश्यप उर्फ सोमा (42) नाबालिग के अपहरण के मामले में जेल में बंद था। उसकी मां की जमानत पर वह पिछले मार्च में जमानत पर रिहा हुआ था। पत्नी और परिजनों ने उसे अपने घर में प्रवेश की इजाजत नहीं दी थी जिसके बाद वह नागल में ही भाटखेड़ी रोड़ पर एक होटल पर काम कर गुजर-बसर कर रहा था।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, परिजनों की बेरूखी और अपमान से क्षुब्ध सोमपाल ने 10-12 दिन पहले भी परिजनों के साथ विवाद किया था। उन्होंने बताया कि बीती देर रात करीब 2 बजे वह नई रस्सी, दांव, बलकटी, चाकू लेकर घर में घुसा और उसने घर के लोहे के मुख्य द्वार पर तारों से बिजली की करंट छोड़ दिया। घर में घुसकर उसने अपनी पत्नी कौशल के पास सोए अपने 2 बेटों सूरज (18) और अनिकेत (17) को हमला कर मारने का प्रयास किया मगर इस बीच कौशल की आंख खुल गई और उसने पति का विरोध किया। बौखलाए पति सोमपाल ने पत्नी का धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी। शोर शराबा सुन कर मोहल्ले वाले एकत्रित हो गए। इस बीच उसने बच्चों को मारने के बजाए कमरे की बाहर से कुंडी लगा दी और छत पर बने कमरे में रस्सी से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। नागल की थाना प्रभारी कुसुम भाटी और सीओ देवबंद अशोक सिसोदिया के मुताबिक सोमपाल मानसिक रूप से विक्षिप्त था।