ठंडी का मौसम में बीमार रोगियों और खासतौर से बुजुर्ग, बच्चों के लिए बहुत ही परेशान करने वाला होता है। इसमें कभी बहुत तेज भूख लगती है तो कभी बिस्तर से उठने का ही मन नहीं करता हैं। जिसकी वजह से और कई दूसरी बीमारी की चपेट में आ जाते है।
लापरवाही करते है। बच्चे उल्टियां कर देते है तो बुजुर्ग धीरे से नाली में फेक देते है। लेकिन घबराने की कोई बात नहीं है आप अपने घर के बच्चे और बुजुर्ग की अच्छे से देखरेख कर सकते है। नीचे कुछ सरल और उपयोगी उपाए लिखे है बस उनको अपने दैनिक जीवन में प्रयोग शुरू करना है
रोगी, बुजुर्ग, बच्चों को ठंडक से बचाये
1. गरम कपड़े पहना के रखें: ठंड से बचाने के लिए उचित ऊनी कपड़े पहनाएं और उन्हें गरम जगह पर बैठने की व्यवस्था रखे ।
2. गरम पानी पीने की डाले आदत : गरम पानी, चाय, और सूप पीने के लिए प्रेरित करें, ताकि उनका शरीर गरम रहे।
1. गरम कपड़े पहना के रखें: ठंड से बचाने के लिए उचित ऊनी कपड़े पहनाएं और उन्हें गरम जगह पर बैठने की व्यवस्था रखे ।
2. गरम पानी पीने की डाले आदत : गरम पानी, चाय, और सूप पीने के लिए प्रेरित करें, ताकि उनका शरीर गरम रहे।
3. स्वास्थ्य आहार का प्रयोग : ऊर्जा की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पौष्टिक आहार दें, जिसमें प्रोटीन, विटामिन, और मिनरल्स शामिल हों।
4. उचित देख भाल की व्यवस्था: ठंडी हवा से बचाने के लिए मुंह , नाक, और कानों को ढंकने वाले कपड़े पहना कर रखे , समय समय पर बीमारी और बुजुर्ग का बीपी देखते रहे।
5. हाथ-पैर गरम रखें: सर्दी सबसे पहले हाथ और पैरों के माध्यम से शरीर में प्रवेश करती है। इनको गरम रखने के लिए उचित कपड़े पहनाएं और उन्हें गरम पानी से ही धोए।
6. स्वस्थ्य पर नजर रखें: स्वस्थ्य की स्थिति की निगरानी करते रहे, अगर कोई लक्षण दिखे, तो त्वरित चिकित्सक से संपर्क करें।
7. पानी ज्यादा पानी पिएं: रोगी को अधिक से अधिक पानी पीने के लिए प्रेरित करें, जो उनके शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करेगा।
8. आराम करें: अधिक से अधिक आराम करे, ताकि उनका शरीर ठंड में ताजगी महसूस करे। यदि रोगी की स्थिति गंभीर है, तो उन्हें त्वरित चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
8. आराम करें: अधिक से अधिक आराम करे, ताकि उनका शरीर ठंड में ताजगी महसूस करे। यदि रोगी की स्थिति गंभीर है, तो उन्हें त्वरित चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।