आमतौर पर सर्दी के मौसम में लोगों में एलर्जी की समस्या देखने को मिलती है। यह एलर्जी कई कारणों से हो सकती है जिससे सर्दी के मौसम में छींक आना, आंख और त्वचा में खुजली, गले में खराश, नाक बहना आदि।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, ठंड के मौसम में एलर्जी तापमान में परिवर्तन के कारण होती है। ऐसे में जिन लोगों की त्वचा बेहद ही सॉफ्ट होती है उन्हें सर्दी के मौसम में एलर्जी होना आम बात है। वहीं आपने देखा होगा कि कुछ लोगों की त्वचा जाड़ों में लाल और शुष्क हो जाती है, यह भी तापमान में परिवर्तन के चलते हो जाता है। ऐसे में हम आपको सर्दी के मौसम में होने वाली एलर्जी के लक्षण और उससे बचाव के तरीके बताने जा रहे हैं।

सर्दी में होने वाली एलर्जी के लक्षण 

  • सर्दी के मौसम में एलर्जी होने पर आपके शरीर पर लाल चकत्ते या फफोले से पड़ जाते हैं।
  • त्वचा शुष्क, रूखी और बेजान सी लगने लगती है।
  • सर्दी के दिनों में आपके होंठ के आसपास सफेद रंग की परत का जमना भी एलर्जी है।
  • जाड़ों में धूल व मिट्टी के कणों के चलते नाक में एलर्जी हो जाती है, जिसे ब्रानकियल एलर्जी के नाम से जाना जाता है।
  • आंखों से पानी निकलना, छींक आना, नाक बहना, बलगम, गले में खराश और त्वचा में खुजली आदि भी एलर्जी के सामान्य लक्षण हैं।
  • सर्दी के दिनों में हमें स्केबिज नामक एलर्जी भी हो जाती है, जिससे हमारी त्वचा शुष्क होने लगती है।
  • जाड़ों के मौसम में एलर्जी होने पर कुछ लोगों को चिंता, तनाव, थकावट, बेचैनी और घबराहट या सीने में जकड़न भी महसूस होने लगती है।
  • कुछ लोगों को सर्दी के मौसम में दाद, खाज और खुजली हो जाती है, जिसे त्वचा संबंधी एलर्जी कहा जाता है।
  • जाड़ों में लोग कई घंटों तक धूप में बैठा करते हैं, जिसके चलते सूर्य की किरणें आपकी त्वचा को जला भी सकती हैं। ऐसे में आपको इस कारण से सन एलर्जी भी हो सकती है।
  • सर्दियों में ऐसा देखा गया है कि जो लोग अधिकतर ठंडे या गर्म पानी के संपर्क में बने रहते हैं, उनके पैरों या हाथों की उंगलियों में सूजन आ जाती है। इतना ही नहीं, उसमें असहनीय
  • खुजली के चलते कभी – कभी हाथ पैरों की त्वचा लाल भी हो जाती है

सर्दी के मौसम में एलर्जी से बचने के उपाय – 

अगर आपको सर्दी के मौसम में धूल, मिट्टी आदि से एलर्जी हो गई है, तो आप एंटीहिस्टामिनिक दवाइयों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा नाक की एलर्जी को दूर करने के लिए स्टेरॉयड स्प्रे का भी प्रयोग कर सकते हैं।

जाड़ों के मौसम में गरम कपड़ों पर धूल के कण जमा हो जाते हैं, ऐसे में कपड़ों को धूल, मिट्टी या वायरस से बचाने के लिए उन्हें धूप दिखाएं या नियमित रूप से धोकर ही पहनें।

ठंड में कीड़े मकोड़े दराज़ों, अलमारियों और दरवाज़ों के कोनों में ठहरने लग जाते हैं, जो कई गंभीर बीमारियों को जन्म देते हैं। ऐसे में उनसे बचने के लिए आप रोज़ाना घर को वैक्यूम करें। साथ ही साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें।

सर्दी के मौसम में एलर्जी से बचने के लिए आप जितना हो सके, घर में बाथरूम और किचन के फर्श को सूखा रखने का प्रयास करें।

इन दिनों में खुद को एलर्जी की चपेट में आने से बचाने के लिए आप जितना हो सके, आसपास साफ-सफाई रखें और गंदगी से दूर रहें।

जाड़ों के मौसम में व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान अवश्य रखें और समय-समय पर हाथों को साबुन से धोएं।

सर्दी के मौसम में आपको विशेषकर अपने खान पान का ध्यान रखना चाहिए। आपको हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। ऐसे में ज़्यादा ठंडा और तैलीय भोजन करने से आप वायरल या एलर्जी की चपेट में आ सकते हैं।

देखा गया है कि लोग ठंड में पानी पीना कम कर देते हैं, आपको सर्दियों के मौसम में भी अपने शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए 7 से 8 गिलास पानी ज़रूर पीना चाहिए।

एलर्जी से बचने के लिए अपने कपड़े, अंडरगार्मेंट्स, तौलिया, साबुन इत्यादि को अलग रखना चाहिए और थोड़ा सा भी संक्रमण और एलर्जी की शिकायत होने पर डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights