उन्होंने कहा कि हम कानून बनने के बाद से ही सिविल कोड का विरोध कर रहे हैं। लेकिन कोई सुन नहीं रहा है। कोर्ट भी इस पर अपना फैसला दे चुका है। लेकिन इसके बाद भी केंद्र सरकार इस पर आंख बंद किए बैठी है। उन्होंने कहा कि अब मुसलमान इसके विरोध में हिसा नहीं करेगा। बल्कि इस पर अपना विरोध जारी रखेगा। बता दें कि देवबंद के मौलाना मदनी भी समान नागरिक संहिता के विरोध की बात कर चुके हैं।
बता दें समान नागरिक संहिता के विरोध स्वरूप मेरठ में जमकर हिंसा हुई थी। कई दुकानों को आग लगा दी गई थी। मेरठ हापुड रोड पर समान नागरिक संहिता के विरोध में हुए विरोध प्रदर्शन में पुलिस के जवानों को घेर लिया गया था। ऐन मौके पर पीएसी ने पहुंचकर जवानों को हिंसक भीड़ के चंगुल से छुड़वाया था। पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तारियां की थी। हिंसा और विरोध प्रदर्शन में शामिल अराजकतत्वों की संपत्ति भी कुर्क की गई थी।