बिहार के स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि समाज के वंचित वर्ग का विकास ही सबसे बड़ा धर्म है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की इकाई, सेवा भारती पटना महानगर की ओर से हित चिंतक संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन रविवार को संघ प्रदेश कार्यालय में आयोजित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता पांडेय ने की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर संघ प्रचारक एवं सेवा भारती के संरक्षक गुरु शरण जी भी मौजूद रहे।

पांडेय ने लोगों से की ये अपील
कार्यक्रम के दौरान पटना महानगर कार्यकारिणी सचिव नवीन सिन्हा ने सेवा भारती कद्ब ओर से किए जा रहे जनहित के कार्यों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर गत वर्ष दुर्गा पूजा के अवसर पर किए गए कन्या पूजन अनुष्ठान पर आधारित एक स्मारिका का भी विमोचन किया गया। साथ ही कार्यक्रम के दौरान कई वरिष्ठ चिकित्सकों एवं समाज के अलग-अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले कई गणमान्य लोगों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर पांडेय ने लोगों से बढ़-कर कर सामाजिक कार्यों में अपना उल्लेखनीय योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता तभी आएगी जब समाज के अंतिम पायदान (अंत्योदय ) तक विकास पहुंचेगी और खुशहाली आएगी। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी यही सोच है कि सबका साथ और सबका विकास हो। हमें उनके कर्तव्य पथ पर और बताए हुए मार्ग पर चलकर समाज में और राष्ट्र में खुशहाली लानी है और खासकर समाज के वंचित, उपेक्षित और कमजोर वर्ग का कल्याण करना है।

‘मानव सेवा सबसे बड़ा धर्म’
मंत्री ने कहा कि मानव सेवा सबसे बड़ा धर्म है इससे बड़ा धर्म और कुछ नहीं है। हमें ज्यादा से ज्यादा जन कल्याणकारी कार्य करने चाहिए। जिससे हमें ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त होगा और हम समाज और राष्ट्र को सुंदर बना पाएंगे। सेवा भारती से जुड़कर हमारा मूल लक्ष्य है राष्ट्र को सर्वोच्च बनाना। सेवा भाव से ही कोई भी समाज और राष्ट्र सर्वोच्च बनता है। यहां उपस्थित समाज के प्रतिष्ठित लोगों से मेरा यही आग्रह होगा कि हम सभी मिलकर एक सुंदर राष्ट्र का निर्माण करें। सभी मानव में सेवा का भाव होता है। बस जरूरत होता है कि हम उस भाव को कितना जागृत करते हैं। समाज में जो उच्च आय एवं मध्य आय वाले लोग हैं वो मुख्य धारा से जुड़े, लेकिन गरीब और वंचित लोगों को मुख्य धारा से जोड़ना हमारा लक्ष्य है। परोपकार का संकल्प लेना ही असली मानवता है।

‘युवाओं को समाज में प्रेरणा स्रोत बनना चाहिए’
पांडेय ने कहा कि सनातन धर्म यही सिखाता है कि हम ज्यादा से ज्यादा मानव सेवा करें और समाज का कल्याण करें। सेवा भारती के संरक्षक ने भी जनहित से जुड़े ज्यादा से ज्यादा कार्यों को करने की अपील की। उन्होंने कहा कि युवाओं को समाज में प्रेरणा स्रोत बनना चाहिए।

 

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