मुजफ्फरनगर। मुसलमानों के मुद्दों पर चुप्पी बरतने एवं लगातार हो रहे मुस्लिम उत्पीड़न के खिलाफ कोई आवाज न उठाने एवं लगातार सपा वा रालोद द्वारा मुस्लिम लीडरशिप खत्म करने की साजिश के खिलाफ समाजवादी पार्टी के नेता एवं पूर्व महानगर अध्यक्ष चिकित्स्क सभा डॉक्टर काजी खुर्रम के नेतृत्व में डॉक्टर शिराज तजवार पूर्व उपाध्यक्ष चिकित्स्क सभा, डॉक्टर वैभव शर्मा पूर्व महासचिव चिकित्स्क सभा, डॉक्टर अर्चित गर्ग पूर्व उपाध्यक्ष चिकित्स्क सभा, डॉक्टर अफशान शाह पूर्व सचिव चिकित्स्क सभा, डॉक्टर दिव्य अरोड़ा पूर्व सचिव चिकित्स्क सभा, डॉक्टर गुलबहार, डॉक्टर, डॉक्टर नाजिश उवैस, डॉक्टर फरमान, डॉक्टर जुबेर, डॉक्टर दिलनवाज, डॉक्टर संजीव मित्तल, डॉक्टर अहमद अली, डॉक्टर असद , डॉक्टर नौशाद कुरेशी, डॉक्टर जुनेद, डॉक्टर शोएब आदि चिकित्सकों ने सपा वा राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन के खिलाफ रोष जताते हुए इस्तीफा दे दिया है। इस दौरान डॉक्टर खुर्रम ने कहा की अखिलेश यादव को मुसलमान के कपड़ो से बदबू आती है, मुसलमानों टिकट न देकर छोटे मोटे संगठन के पद देकर उन्हें लॉलीपॉप दिया जा रहा है जिसका हम विरोध करते हैं। अखिलेश यादव लगातार मुस्लिम लीडरशिप को खत्म करने में लगे हुए हैं, उन्हें बोलने वाले नेता नही गुलाम चाहिए। सपा को मुस्लिम जिला अध्यक्ष विपक्ष में इसलिए दिया गया है जिससे मुस्लिम कार्यकर्ताओं पर मुकदमे दर्ज हो और लाठिया खाएं। सत्ता आने पर मुसलमानों को भूल जाते हैं। 20 प्रतिशत आरक्षण का वादा कर अखिलेश ने पूरा नही किया । मंचों पर से मुस्लिम नेताओं को धक्का दिया जाता है। मुस्लिम समाज अब जागरूक हो चुका है और अखिलेश यादव के झांसे में अब अगली बार नहीं आयेगा।