चक्रवात बिपरजॉय गुरूवार को गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ से टकराया। बिपरजॉय का सबसे पहला लैंडफॉल गुजरात के जखौ पोर्ट पर देखने को मिला जो करीब आधी रात तक जारी रहा। हालांकि तूफ़ान की तेजी में अब कमी आई है। गुजरात सरकार ने एहतियात के तौर पर पहले ही तटीय इलाकों के 10 किमी के रेडियस से लगभग एक लाख लोगों को अस्थायी शिविरों में भेज दिया था। गुजरात के 8 जिलों में सेना, एयरफोर्स, नेवी, कोस्टगार्ड, NDRF, SDRF की तैनाती की गई है। वहीं देश के अलग-अलग राज्यों में एनडीआरएफ की कुल 42 टीमें तैनात की गई हैं। इस चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर पीएमओ भी अलर्ट मोड पर है और खुद पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पूरा फीडबैक ले रहे हैं।
विनाशकारी चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के तट से टकराने के बाद गुजरात के कई शहरों की बिजली काट दी गई है। सवेरे समंदर में कम उंची लहरें उठ रही थी, लेकिन अब टकराने के बाद यहां 5 मीटर ऊंची लहरें उठ रही हैं। मौसम विभाग ने बताया की ये तूफान आधी रात यानी 12 बजे तक एक्टिव रहेगा।
सौराष्ट्र और कच्छ के तट पर रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। कच्छ और द्वारका में भी बिजली काट दी गई है। चक्रवाती तूफान के लैंडफॉल होने के बाद से तेज बारिश और काफी तेज हवाएं देखने को मिल रही है। आपदा से प्रभावित सभी जगहों पर एनडीआरएफ की टीम मौजूद है।
यह तूफान कितना खतरनाक है इसका अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं की इससे निपटने के लिए गुजरात सरकार ने 15 जहाज और 7 एयरक्राफ्ट तैयार रखे हैं। साथ ही NDRF की 27 टीमें भी अलर्ट मोड पर है। मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात के अलावा 10 अन्य राज्यों में इस तूफान का असर देखा जा रहा है। इनमें राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, लक्षद्वीप, केरल, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय शामिल हैं। यहां के भी कई इलाकों में तेज हवाएं चल रही हैं और बारिश हो रही है।
गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने बिपरजॉय तूफान को लेकर गांधीनगर में स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में समीक्षा बैठक की।जिसके बाद भुज जिले में तटीय इलाके से सभी गांवों को खाली कराया है और करीब 50,000 लोगों को सुरक्षित निकालकर शेल्टर होम पहुंचाया गया है। राज्य में अब तक कुल 94 हजार से ज्यादा लोगों को प्रभावित जगहों से निकाला गया है।