लोकसभा चुनाव में इस बार समाजवादी पार्टी ने रामपुर सीट पर चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है। पार्टी ने इस सीट के लिए कैंडिडेट्स का ऐलान नहीं किया। सपा के इस निर्णय को लेकर रामपुर से समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ चुके मो. आसिम रजा ने कहा है कि यहां की लोगों के साथ उपचुनाव के दौरान जो हुआ, उसे समाजवादी पार्टी और यहां के लोग भूले नहीं हैं।
यूपी की रामपुर सीट इस बार सपा के चुनाव बहिष्कार के चलते सुर्खियों में है। सपा नेता मो. आसिम रजा ने कहा है कि रामपुर सीट पर उपचुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और रामपुर के लोगों के साथ जो हुआ, उसे कैसे भुलाया जा सकता है। उन्होंने कहा, ” हालांकि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष (अखिलेश यादव) को रामपुर से चुनाव लड़ने की पेशकश की गई थी, लेकिन पार्टी ने इसे स्वीकार नहीं किया। सपा को रामपुर की इन स्थितियों में चुनाव में जाना उचित नहीं लगता। हम चुनाव का बहिष्कार करते हैं।”
समाजवादी पार्टी के राजद्वारा स्थित सपा कैंप कार्यालय में मंगलवार (26 मार्च) को प्रेस वार्ता की गई। जिसमें आसिम राजा ने बताया कि 2022 रामपुर सीट के लोकसभा के उपचुनाव में महिलाओं को बेइज्जत किया गया। हमारे वोटरों के साथ बदसुलूकी की गई। ऐसे में चुनाव के मायने नहीं रह जाते हैं।
वहीं जिलाध्यक्ष अजय सागर ने चुनाव के बहिष्कार के एलान के बाद सपा नेता आजम खां द्वारा लिखे गए एक पत्र को जारी किया। जिसमें जिसमें लिखा है कि लोकसभा के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। पहले चरण में ही रामपुर का चुनाव है। सबकी निगाहें प्रत्याशी की घोषणा पर लगी हुई है। हम भी पिछले 40-50 वर्षों से चुनाव प्रकिया के भागीदार रहे है, लेकिन हमारे सामने केवल चुनाव कभी नहीं रहा बल्कि हमेशा गरीबों, मजदूरों, युवाओं तथा विशेषकर आने वाली नस्लों का भविष्य हमारी सियासत और जिन्दगी का मकसद रहा है।
उन्होंने कहा, “हमने पूरा जीवन इसी मकसद को हासिल करने में हमने लगाया है। आज उसी की सजा हमको मिल रही है। पार्टी के साथी और हमारा पूरा परिवार जेल की कोठरियों मे जिंदगी के दिन काट रहा है। पिछले कुछ समय में रामपुर को बर्बाद करने में कोई कसर नही छोड़ी गई। हजारों बेगुनाह लोगों पर झूठे मुकदमे लगाए गए और जेलों में डाला गया।”