लखनऊ। बरेली के बहेड़ी से सपा विधायक अताउर रहमान का कद पार्टी में बढ़ाया गया है। सपा ने उन्हें प्रदेश महासचिव बनाया है। पश्चिम उप्र. से पहली बार किसी सपा नेता को प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी मिली है। अताउर रहमान को बरेली मंडल में यह जिम्मेदारी देकर पार्टी के मुस्लिम नेताओं के बीच सपा ने राजनीतिक संदेश भी साफ कर दिया है। मंडल में पीलीभीत से मंत्री रहे हाजी रियाज के बाद अताउर रहमान के खाते में यह अहम पद आया है। इससे पहले अताउर रहमान संगठन में 2009 में प्रदेश सचिव बने और फिर सपा अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए। 2010 में राष्ट्रीय सचिव के पद पर रहे। इस दौरान पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी भी सौंपी। मौजूदा समय में बहेड़ी से विधायक अताउर रहमान 2002 और 2012 में भी इसी सीट से विधायक रह चुके हैं।
अताउर रहमान के अलावा अयोध्या से जय शंकर पांडेय और अंबेडकरनगर से अनीसर्रहमान को प्रदेश महासचिव बनाया गया है। बरेली मंडल में शाहजहांपुर से विजय सिंह को और पीलीभीत से कुलवंत सिंह को सचिव के पद पर नियुक्त किया गया है। इसी तरह बदायूं के राजेंद्र गुरु को सचिव बनाया गया है। इसके अलावा लखीमपुर खीरी से सचिव के पद पर पूर्व विधायक डॉ. आरए उस्मानी और रामलखन पटवा को बनाया गया। शशांक यादव को सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है।
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर आरोप लगाने वाले तीन सपा नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने अनुशासनहीनता एवं पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते रविवार को प्रदीप तिवारी, ब्रजेश यादव और पीडी तिवारी का पार्टी से निष्कासित किया है। इन्हीं नेताओं ने सपा प्रमुख पर गलत नीतियों के तहत काम करने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा था। सपा ने जिन नेताओं को पार्टी से बाहर किया है उनमें प्रदीप तिवारी पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजवादी लोहिया वाहिनी, ब्रजेश यादव पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी युवजन सभा और पूणेन्द्र तिवारी उर्फ पीडी तिवारी पूर्व प्रत्याशी विधान सभा हैं। अखिलेश यादव ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह कदम उठाया है।
समाजवादी पार्टी की तरफ से रविवार को घोषित पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी में जहां जातीय संतुलन बनाए रखने की कोशिश है तो वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने पीडीए (पिछड़ा, दलित, ओबीसी) के ऐजेंडे को भी इस सूची में धार देने की कोशिश की है। वहीं, उए दर्जन महिला पदाधिकारी बनाते हुए सपा ने खासकर पुराने समर्पित कार्यकर्ताओं का खास ख्याल रखा है।
सूची में सपा के वरिष्ठ सदस्य मोहम्मद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम को पार्टी का प्रदेश सचिव बनाया गया है। इसे पार्टी के गढ़ रामपुर और आज़मगढ़ में विधानसभा और लोकसभा उपचुनावों में हार के बाद पार्टी को पुनर्जीवित करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। सपा ने पिछले साल अपने सभी संगठनों की राष्ट्रीय, राज्य और जिला इकाइयों को भंग कर दिया था।