हल्द्वानी के बनभूलपुरा में बीते आठ फरवरी को नजूल भूमि पर बनी मजार और मदरसे को ध्वस्त करने के दौरान हिंसा भड़क गई थी। दंगाइयों ने पथराव और पेट्रोल बम से हमला कर ढाई सौ से अधिक पुलिस कर्मियों, निगम कर्मियों को घायल कर दिया था। साथ ही पुलिस थाना और सौ से अधिक गाड़ियां भी फूंक डाली थी। इस मामले में पुलिस ने मास्टर माइंड अब्दुल मलिक सहित पांच हजार दंगाइयों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। अब पुलिस दंगाइयों पर शिकंजा कसने लगी है। पूलिस ने समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रभारी अब्दुल मतीन सिद्दीकी के भाई जावेद सिद्दीकी और मास्टर माइंड अब्दुल मलिक के बेटे अब्दुल मोईद समेत 35 के खिलाफ यूएपीए की कार्रवाई की।
पुलिस ने अब्दुल मोईद, अरशद अय्यूब, महबूब आलम, असलम चौधरी, जुनैद, निजाम, महबूब उर्फ माकू, शहजाद उर्फ कनफड़ा उर्फ ठेकेदार, शहनवाज, अब्दुल माजिद, साजिद, मोहम्मद नईम, शकील, जीशान परवेज, जावेद सिद्दीकी, अहमद, इसरार अली, शानू उर्फ राजा, रहीस उर्फ बिट्टू, अबू तसलीम, भोला उर्फ सोहेल, सोहेब, सलीम पाशा, शकील अहमद अंसारी, जिया उर्ररहमान, मोकिन अहमद सैफी, शारिक सिद्दीकी, दानिश मलिक, मोहम्मद शुएब, वसीम सिद्दीकी, तस्लीम कुरैशी, मोहम्मद अनस, मोहम्मद समीर उर्फ चांद, जावेद कुरैशी, अयाज अहमद और रहीस अहमद के खिलाफ यूएपीए की कार्रवाई की है।
हलद्वानी दंगे के मामले में मास्टर माइंड अब्दुल मलिक का बेटा अब्दुल मोईद अब भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया है। उसे मोस्ट वांटेड की लिस्ट में शामिल किया गया है। पुलिस उसकी धरपकड़ के लिए कई राज्यों में दबिश दे रही है।इधर, पुलिस ने अब्दुल मलिक को रिमांड में लेकर उससे कई राज उगलवा लिए हैं। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि अब्दुल मोईद भी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में आ सकता है।