बलिया। सातवें और आखिरी चरण के चुनाव के ठीक पहले बलिया की राजनीति में जबरदस्त भूचाल उत्पन्न हुआ है। समाजवादी पार्टी के कद्यावर नेता व पूर्व में सपा से मंत्री रहे नारद राय ने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वहीं सोमवार की शाम को नारद नारद राय के द्वारा आयोजित एक सभा के दौरान हजारों की संख्या में सभा में शामिल हुए समर्थकों ने नारद राय के पक्ष में जमकर नारेबाजी कर अपनी ताकत दिखाई।
बताते चलें कि 2 दिन पूर्व बलिया में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यक्रम के दौरान नारद राय को मंच पर जगह नहीं दिया गया तथा उनका नाम तक नहीं लिया गया था। वहीं नारद राय और उनके समर्थकों का आरोप है कि उनके साथ अभद्रता भी की गई, जिससे नारद राय काफी नाराज चल रहे थे। लोगों का मानना यह भी है कि लोकसभा बलिया से वह टिकट की मांग कर रहे थे और टिकट नहीं मिला तब से वह पार्टी से नाराज चल रहे थे, हालांकि बीच में वह सपा उम्मीदवार सनातन पांडेय के पक्ष में वोट मांगते भी नजर आए थे। वहीं भाजपा छोड़ सपा में शामिल हुए राम इकबाल सिंह ने भी नारद राय के साथ गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। हालांकि अभी आधिकारिक घोषणा नारद राय या रामइकबाल सिंह की तरफ से नहीं की गई है कि वे भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करेंगे या नहीं। लेकिन सूत्रों की माने तो वे भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं तथा उनके साथ राम इकबाल सिंह व हजारों समर्थक भी भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं।
अचानक बलिया की राजनीति में हुए उतार-चढ़ाव ने एक बार फिर राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी है। वहीं अमित शाह से मिलने के दौरान सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर भी मौजूद थे।