बरेली। नवाबगंज नगर पालिका परिषद की पूर्व अध्यक्ष शहला ताहिर की मुश्किलें फिर से बढ़ गई हैं। 2012 से 2017 के बीच 10.41 करोड़ रुपये के गबन के मामले की जांच अब ईडी ने भी शुरू कर दी है। ईडी ने इस मामले में शामिल कई लोगों को नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। गृह विभाग द्वारा कराई गई जांच में करोड़ों के इस घोटाले की पुष्टि हुई थी।
आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू), लखनऊ सेक्टर के सब-इंस्पेक्टर सत्यपाल गौड़ ने शहला ताहिर, नगर पालिका में कार्यरत रहे अधिशासी अधिकारी हीरालाल प्रजापति, हरिलाल राम, राजेश सक्सेना, नरेंद्र जौहरी, विजय कुमार, परिषद के कर्मचारी अमर सिंह, कैलाशचंद, सुरेश पाल, रघुवीर सिंह, रिटायर अधिकारी रवींद्र शुक्ला, ठेकेदार मो. अफजाल, मो. आरिफ, सलीम हैदर, वकील खान और शिव कुमार के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज कराई थी।
ईडी द्वारा जांच शुरू होते ही विभाग में हलचल मच गई है, क्योंकि कई आरोपित अब भी वहीं पर तैनात हैं। ईओडब्ल्यू ने 16 आरोपियों से पहले ही बयान लिए थे, और अब ईडी ने भी मामले का संज्ञान लिया है। पहले चरण में ईडी ने इस मामले की पूरी जानकारी एकत्र की है और अब सबसे पहले शहला ताहिर से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। ईडी के सूत्रों के अनुसार, जल्द ही शहला ताहिर और तीन अन्य कर्मचारियों को नोटिस जारी कर बुलाया जाएगा।