यूनिफॉर्म सिविल कोर्ड को लागू करने पर जोर देत हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने 27 जून को मध्य प्रदेश में कहा था कि एक परिवार में अलग-अलग कानून कैसे चल सकते हैं? तो वहीं, पीएम मोदी के बयान पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की आपत्ति पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने जुबानी हमला बोलते हुए कहा, ‘ओवैसी कुरान पढ़ते हैं, लेकिन संविधान नहीं।’
बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आगे कहा, ‘अगर ओवेसी की डिग्री फर्जी नहीं है तो उन्हे सबसे पहले विधि आयोग को इस विषय पर 14 जुलाई तक सलाह देनी चाहिए।’ उन्होंने कहा कि जो लोग यूसीसी की आलोचना कर रहे हैं, उन्हें आयोग को अपने सुझाव देने चाहिए।
बता दें कि, अमेरिका के दौरे से लौटने के बाद पीएम मोदी ने मंगलवार 27 जून को समान नागरिक संहिता की वकालत की। पीएम ने कहा कि अगर परिवार के लिए दो तरह के नियम हों तो एक परिवार नहीं चल सकता। पीएम मोदी के इस बयान की कांग्रेस, राजद और द्रमुक समेत विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की।
तो वहीं, ओवैसी ने कहा था कि ऐसा लग रहा है कि पीएम मोदी ने शायद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की सलाह को ठीक से नहीं समझी। ओवैसी ने पूछा कि, क्या आप हिंदू अविभाजित परिवार को खत्म कर देंगे?
दरअसल, जब पीएम मोदी अमेरिका में थे तब ओबामा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर वह पीएम मोदी से मिले होते तो वह उनसे धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों के बारे में बात करते। साथ ही, कहते कि अगर अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं की गई तो भारत अलग हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी ने अपने दौरे के दौरान मुस्लिम-बहुल देशों का उदाहरण दिया, जिन्होंने भारत से बहुत पहले तीन तलाक को खत्म कर दिया था
ओवैसी ने पूछा कि पाकिस्तान का कानून पीएम मोदी की प्रेरणा क्यों बन गया। कहा कि आपने यहां तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया, लेकिन इससे जमीनी स्तर पर कोई फर्क नहीं पड़ा और महिलाओं का शोषण ही बढ़ गया। तो वहीं, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने समान नागरिक संहिता पर पीएम मोदी के बयान के बाद इसका कड़ा विरोध करने का फैसला किया है।