मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक महिला श्रद्धालु को कीचड़ से सने रास्ते पर दंडवत परिक्रमा करते हुए देखा गया। यह घटना उस समय की है जब महिला, जानकी बाई आदिवासी, मन्नत पूरी होने के बाद अपने गांव से एक किलोमीटर दूर स्थित पनवाड़ा माता मंदिर जा रही थी।
अचार वाला सहराना गांव के निवासी जानकी बाई ने पक्की सड़क की कमी के कारण कीचड़ भरे रास्ते पर दंडवत परिक्रमा की। गांव के लोग लंबे समय से पक्की सड़क की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। बारिश के दौरान, रास्ते और भी खराब हो जाते हैं और कीचड़ जमा हो जाता है, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जानकी बाई ने बताया कि गांव के सभी लोग इस समस्या से परेशान हैं। उनकी दंडवत परिक्रमा की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, क्षेत्रवासियों ने प्रशासन और ग्राम पंचायत पर गंभीर सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पक्की सड़क की मांग को नजरअंदाज किया जा रहा है और उनकी परेशानियों का कोई समाधान नहीं हो रहा है।
कराहल के SDM संजय जैन ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है और इसे ग्राम पंचायत की लापरवाही करार दिया है। उन्होंने कहा कि वह जनपद सीईओ से बात करके इलाके में सड़क और नाला निर्माण की व्यवस्था कराने की कोशिश करेंगे।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस घटना को लेकर मोहन सरकार की आलोचना की है और इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया है। उन्होंने कहा कि यह घटना स्पष्ट रूप से दिखाती है कि ग्रामीणों की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। कीचड़ भरे रास्ते पर दंडवत परिक्रमा करने की इस घटना ने प्रशासन और स्थानीय नेताओं की जिम्मेदारियों को लेकर सवाल खड़े किए हैं। यह मामला इस बात का प्रतीक है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे की कमी कितनी गंभीर समस्या बन सकती है, और इसके समाधान के लिए त्वरित कदम उठाए जाने की जरूरत है।