सोमवार की भारी गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजारों ने आज 8 अप्रैल को शानदार वापसी की है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1,600 अंकों से भी अधिक चढ़ गया। वहीं निफ्टी ने 22,650 के अहम स्तर को फिर से हासिल कर लिया। ग्लोबल बाजारों में तेजी और ट्रेड वार के भारत पर तुलनात्मक रूप से कम असर पड़ने की संभावना से निवेशकों का सेंटीमेंट मजबूत हुआ। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1089 अंकों की तेजी के साथ 74,227 के स्तर पर जबकि निफ्टी में भी 374 अंकों की बढ़त रही, ये 22,535 के स्तर पर बंद हुआ।
सबसे अधिक तेजी टाइटन, अडानी पोर्ट्स, बजाज फिनसर्व, SBI और एक्सिस बैंक के शेयरों में देखने को मिली। कारोबार के दौरान, सेंसेक्स 1680.63 अंक (2.30%) की तेजी के साथ 74,818.53 के इंट्राडे हाई तक पहुंच गया। वहीं निफ्टी 523.05 अंक (2.36%) की मजबूत उछाल के साथ 22,684.65 पर पहुंच गया।
बाजार में तेजी की 3 बड़ी वजह….
ग्लोबल रिकवरी का असर
वैश्विक बाजारों में रिकवरी का असर मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिला। जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 5.5% से अधिक चढ़ा, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट करीब 1% ऊपर बंद हुआ। निवेशकों को उम्मीद है कि अमेरिकी टैरिफ नीति पर शुरुआती प्रतिक्रियाओं के बाद ट्रंप नरम रुख अपना सकते हैं, हालांकि फिलहाल इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है। इस बीच, अमेरिकी शेयर बाजार सोमवार को मिले-जुले संकेतों के साथ बंद हुए—NASDAQ में मामूली 0.10% की बढ़त रही, जबकि S&P 500 और Dow Jones में हल्की गिरावट दर्ज की गई।
अमेरिका-चीन तनाव: बाकी देश नहीं दिखा रहे घबराहट
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि चीन ने अपने जवाबी टैरिफ वापस नहीं लिए तो वे अतिरिक्त 50% शुल्क लगा सकते हैं, जिससे कुल टैरिफ 104% तक पहुंच सकता है। हालांकि चीन ने इसका सख्त जवाब देने की बात कही है। यूरोपीय यूनियन, जापान और भारत जैसे देश अमेरिका से बातचीत के ज़रिए विवाद सुलझाने की राह पर हैं।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट वी. के. विजयकुमार का मानना है कि यह ट्रेड वॉर फिलहाल अमेरिका और चीन तक सीमित रहेगा लेकिन इससे अमेरिका में मंदी और चीन के निर्यात पर बड़ा असर पड़ सकता है।
भारत की अर्थव्यवस्था बनी ताकत का आधार
भारत की मजबूत आर्थिक बुनियाद इस अस्थिर माहौल में शेयर बाजार को सपोर्ट दे रही है। FY 2024-25 के लिए भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 6.3% से 6.8% के बीच है। विजयकुमार ने कहा कि भारत की ग्रोथ संभावनाएं अच्छी हैं और लार्जकैप शेयरों का वैल्यूएशन अभी भी निवेशकों के लिए आकर्षक बना हुआ है।