इस दौरान साफ नजर आ रहा था कि जब ग्रीन ने गेंद पकड़ी तो वह जमीन से भी टच हुई, लेकिन थर्ड अंपायर ज्यादा एंगल से नहीं देख गिल को कैच आउट करार दिया। इसके बाद भारतीय दिग्गजों ने इस फैसले पर आपत्ति भी जताई। जब बार-बार स्क्रीन पर रिप्ले दिखाया गया तो भारतीय दर्शकों ने भी ग्रीन को लेकर हुटिंग की।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने आईसीसी के साथ बातचीत में कहा कि अंतिम सत्र के दौरान तीसरे अंपायर ने सही निर्णय दिया और प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवाल पर कैमरून ग्रीन ने भी अपने कैच को सही बताया।
ग्रीन ने कहा कि उस समय मुझे लगा कि मैंने कैच पकड़ लिया है। मुझे उस पल लगा यह क्लीन कैच था। इसलिए गेंद को हवा में फेंक दिया। स्पष्ट रूप से किसी संदेह का कोई संकेत नजर नहीं आया। फिर यह तीसरे अंपायर पर छोड़ दिया गया और वह भी सहमत थे।
ग्रीन का विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ये दूसरा कैच था। उन्होंने भारत की पहली पारी में अजिंक्य रहाणे का शानदार कैच पकड़ते हुए उन्हें शतक बनाने से भी रोका था। वह मुश्किल कही जाने वाली गली पोजिशन पर फील्डिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जबसे वह बड़े हुए हैं, उन्होंने कैच लपकने में अधिक समय बिताया है। वह जूनियर क्रिकेट में ज्यादातर समय पहली और दूसरी स्लिप पर फील्डिंग करते थे।