शादी समारोह के दौरान हर्ष फायरिंग के एक और मामले में दो लोगों को गोली लगने की खबर सामने आई है. घटना ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र की है, जहां आशीर्वाद मैरिज होम, साकीपुर में शादी के जश्न के दौरान अचानक हुई फायरिंग में दो हलवाई गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों की पहचान संतोष (35) और ईश्वर दयाल (23) के रूप में हुई है, जो शादी समारोह में खाना बनाने का काम कर रहे थे. घटना के तुरंत बाद, दोनों घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है. घटना के बाद से आरोपी फरार है. इस गैरकानूनी हर्ष फायरिंग की सूचना मिलते ही सूरजपुर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी.
पुलिस ने बताया कि फायरिंग करने वाला आरोपी मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश के लिए विशेष टीम गठित की गई है. ग्रेटर नोएडा पुलिस ने बयान जारी करते हुए कहा, “आज दिनांक 23.02.2025 को थाना सूरजपुर क्षेत्र के आशीर्वाद मैरिज होम, साकीपुर में हर्ष फायरिंग के दौरान संतोष (35) पुत्र बीरबल, निवासी ग्राम श्रीमती, जिला मुरैना (मध्य प्रदेश) और ईश्वर दयाल (23) पुत्र श्रीकृष्ण, निवासी ग्राम कोटरा मानिकपुर, जिला फिरोजाबाद को गोली लगने से गंभीर चोटें आई हैं. दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.आरोपी फरार है, उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं.वादी से तहरीर प्राप्त कर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है.”
हर्ष फायरिंग की घटनाएं रोकने में प्रशासन नाकाम?
उत्तर प्रदेश में शादी समारोहों और अन्य आयोजनों के दौरान हर्ष फायरिंग के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं.प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद, कई लोग शादी-ब्याह जैसे खुशी के मौकों पर खुलेआम फायरिंग कर कानून की धज्जियां उड़ाते हैं. ऐसा ही मामला ग्रेटर नोएडा में सामने आया, जहां एक शादी समारोह में हर्ष फायरिंग की वजह से दो निर्दोष हलवाई गंभीर रूप से घायल हो गए.यह घटना प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है. पुलिस और प्रशासन की ओर से बार-बार हर्ष फायरिंग को लेकर कड़े निर्देश दिए जाते हैं, लेकिन उसके बावजूद ऐसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं.
हर्ष फायरिंग पर कड़ी कार्रवाई की जरूरत
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या केवल एफआईआर दर्ज करने और जांच करने से ऐसी घटनाएं रुक जाएंगी? शादी-ब्याह के आयोजकों और होटल-मैरेज हॉल मालिकों को भी इस मामले में सख्त निर्देश दिए जाने चाहिए ताकि वे अपने कार्यक्रमों में हर्ष फायरिंग पर रोक लगाएं. इस घटना ने एक बार फिर साबित किया कि गैर-जिम्मेदाराना हरकतें न सिर्फ कानून व्यवस्था के लिए खतरा हैं, बल्कि निर्दोष लोगों की जिंदगी पर भी भारी पड़ सकती हैं. अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी जल्दी कार्रवाई करती है और क्या प्रशासन भविष्य में हर्ष फायरिंग को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाएगा या नहीं?