प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड से शाइस्ता परवीन फरार चल रही है। लेडी डॉन पुलिस के लिए एक बनी हुई है। 70 दिन से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन शाइस्ता परवीन यूपी पुलिस की गिरफ्त में अभी तक नहीं आ पाई है। शाइस्ता परवीन को पकड़ने के लिए पुलिस ने कई बार सर्च ऑपरेशन भी चलाया है। लेकिन फिर भी शाइस्ता को पकड़ नहीं पाई है।
कई बार शाइस्ता के छिपे होने की सूचना पुलिस को मिली थी, लेकिन हर बार शाइस्ता परवीन तक यूपी पुलिस पहुंची, लेकिन पुलिस को हर बार चकमा देकर वो वहां से फरार हो जाती है। इसके पीछे का मुख्य कारण अब सामने आया है। जो कि मस्जिद से अनाउंसमेंट का होना है। आइए जानते हैं इस मामले के बारे में।
पुलिस जब शाइस्ता की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाती है, तब मस्जिद से अनाउंसमेंट होता है कि पुलिस का सर्च ऑपरेशन हटवा गांव तक पहुंच गया है। इसके बाद घरों में बैठी महिलाएं बुर्का पहनकर घरों से बाहर निकलने लगती है। जिससे पुलिस कंफ्यूज हो जाती कि आखिर इन महिलाओं में से कौन सी शाइस्ता परवीन है?
बीते 20 दिनों में इस तरह का सीन दो बार देखने को मिला भी है। ऐसे में सवाल यह है कि आखिर मस्जिद के अंदर कौन है? जो शाइस्ता परवीन की मदद के लिए बैठा हुआ है। पुलिस के आने का हर पल इंतजार करता रहता है। खबरों के अनुसार, मस्जिद के ऊपर से दूरबीन लगाकर लगातार यह लोग देखते रहते हैं कि आखिर गांव के अंदर कौन खाकी वर्दी वाला आ रहा है।
वहीं, पुलिस अब शाइस्ता परवीन पर इनाम बढ़ाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। पुलिस के अनुसार, शाइस्ता परवीन की आखिरी बार की लोकेशन पुरामुफ्ती के हटवा गांव इलाके में दिखाई पड़ी थी। यही नहीं शाइस्ता परवीन के साथ माफिया अशरफ की पत्नी जेनब फातिमा भी फरार है। दोनों महिलाओं की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
इन दोनों के अलावा भी कुछ बुर्का पहनी महिलाएं इनके साथ घूम रही है। जो इनके छिपने में मदद कर रही हैं। बताया जा रहा है कि जैसे ही पुलिस हटवा गांव में सर्च ऑपरेशन चलाने पहुंची थी तो वैसे ही बुर्का पहनी सभी महिलाएं एक्टिव हो जाती है। इन महिलाओं के साथ कुछ शार्प शूटर भी हैं जो इनको पीछे से बैकअप दे रहे हैं।
पुलिस को बीते 25 अप्रैल को सूचना मिली कि हटवा गांव के अंदर एक घर के अंदर यह दोनों महिलाएं कुछ महिलाओं के साथ बुर्का पहने छुपी हुई है। इसी सूचना पर पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाने पहुंची तो वैसे ही वहां बने मस्जिद के अंदर से अनाउंसमेंट होने लगा कि पुलिस आ गई है। आप सभी सतर्क हो जाएं और बुर्का पहनकर बाहर निकले। पुलिस के पहुंचते ही हर गली में बुर्का पहनी महिलाएं दिखाई देने लगती है।
जिस वजह से पुलिस कंफ्यूज हो जाती है। आखिर इन बुर्का पहनी महिलाओं में से कौन सी शाइस्ता परवीन है? पुलिस टीम के साथ साथ बुर्का पहनी महिलाएं साथ चलने लगती है। पुरामुफ्ती क्षेत्र में रहने वाले ने बताया कि माफिया के परिवार को छिपने के लिए हटवा गांव के अलावा कोई सुरक्षित स्थान नहीं हो सकता है। इसके पीछे की वजह है कि इस हटवा गांव में एक भी हिंदू परिवार नहीं रहता है।
इस गांव में रहने वाले हर एक घर के शख्स माफिया ब्रदर्स के बेहद करीबी हैं, बताया जा रहा है जब अशरफ भी फरारी काटता था तो वह भी अपने हटवा ससुराल में ही आकर छिपता था। कुछ साल पहले फरारी काटने के समय पुलिस ने अशरफ को इसी गांव से ही नाटकीय ढंग से गिरफ्तार भी किया था। इन गांव के अंदर बने मकान के दरवाजे एक दूसरे से मिले हुए हैं। जिसके चलते भागने में भी आसानी रहती है।