दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने शुक्रवार को दावा किया कि प्रवर्तन निदेशालय ने उनके पति के जमानत आदेश को ट्रायल कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड होने से पहले ही चुनौती दे दी थी। उन्होंने कहा कि उनके पति के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है जैसे वह कोई आतंकवादी हों। दक्षिणी दिल्ली के भोगल में बोलते हुए, जहां दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने हरियाणा से अधिक पानी पाने के लिए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की, सुनीता केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर तानाशाही चलाने का आरोप लगाया।
सुनीता ने कहा कि देश में तानाशाही सारी हदें पार कर गयी है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल का जमानत आदेश अपलोड होने से पहले ही ईडी हाई कोर्ट पहुंच गई। वे ऐसे व्यवहार कर रहे हैं जैसे वह कोई आतंकवादी हो। उन्होंने कहा कि ईडी अरविंद केजरीवाल जी के साथ देश के मोस्ट वांटेड अपराधी की तरह व्यवहार कर रही है। अभी तो केजरीवाल जी की जमानत का आदेश अपलोड भी नहीं हुआ था कि ईडी स्टे लगवाने के लिए हाई कोर्ट पहुँच गई। लेकिन अभी हाई कोर्ट का फैसला बाकी है और हम आशा करते हैं कि हाई कोर्ट न्याय करेगा।
सुनीता केजरीवाल ने आतिशी के साथ दिखाई एकजुटता। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मंत्री सिर्फ पानी पिएंगे और कुछ नहीं खाएंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार से गुहार लगाने के लिए दिल्ली की मंत्री आतिशी अनिश्चित काल के लिए ‘सत्याग्रह’ करने जा रही हैं। वह कुछ भी नहीं खाएंगी और केवल पानी ही ग्रहण करेंगी। वह दिल्ली की प्यासी जनता के लिए ऐसा कर रही है। सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि टीवी पर दिल्ली के लोगों की पीड़ा देखकर उन्हें दुख होता है। उन्हें उम्मीद है कि आतिशी की तपस्या सफल होगी और जनता को कुछ राहत मिलेगी।