विश्व कप के निराशाजनक फाइनल को एक महीना बीत चुका है और इसकी टीस अब तक कायम है लेकिन रोहित शर्मा और विराट कोहली ने रविवार को टेस्ट सीरीज के अभ्यास के दौरान बिना बातचीत किए पसीना बहाया क्योंकि वे जानते हैं कि आगे बढ़ना महत्वपूर्ण है।
भारतीय क्रिकेट टीम 31 साल से दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी है और अपने कॅरियर के अंतिम पड़ाव में कोहली और रोहित वो ही हासिल करना चाहेंगे जो कोई अन्य भारतीय टीम नहीं कर सकी है।
कोहली परिवार के साथ छोटे ब्रेक के बाद लंदन से यहां पहुंचे हैं और रोहित विश्व कप के बाद तीन हफ्ते तक खुद को मीडिया से दूर रखने के बाद अभ्यास के दौरान थोड़े सहज दिखे। दोनों ने अलग अलग नेट और मध्य पिच पर अभ्यास किया। एक घंटे से ज्यादा समय तक थ्रोडाउन का सामना भी किया।
दोनों खिलाड़ियों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई जबकि दोनों ने बीच बीच में छोटे ब्रेक भी लिए। यह सब विश्व कप के दौरान अभ्यास सत्र से काफी अलग था क्योंकि तब ध्यान अपने अभ्यास और हंसी मजाक पर भी लगा होता था।
कोच राहुल द्रविड़ की नजरें मध्य नेट पर गड़ी थीं जहां केएल राहुल पैड लगाए मौजूद थे। कोना भरत ने पहले घंटे में विकेटकी¨पग ग्लव्ज नहीं पहने जिससे कोई शक नहीं रह गया कि विकेटकी¨पग कौन करेगा। स्लिप में खिलाड़ियों के साथ जब राहुल ने विकेटकी¨पग तो यह साफ हो गया और उनके साथ युवा यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल मौजूद थे। सुपरस्पोर्ट पार्क में सभी खिलाड़ियों ने तीन घंटे तक कड़ा अभ्यास किया।
इस बीच रोहित का मजाकिया अंदाज बरकरार रखा जिन्होंने एक मशहूर ‘यूट्यूबर’ के साथ मजाक करते हुए कहा कि सीरीज कवर करने आए दूसरे पत्रकारों की ओर इशारा करते हुए ‘तुम्हारे लिए चुनौती है क्योंकि अन्य भी यहां पर मौजूद हैं’। रोहित और जायसवाल सबसे पहले नेट पर पहुंचे, उन्होंने बारी बारी जसप्रीत बुमराह, शार्दुल ठाकुर की गेंदों का सामना किया। रोहित ने अश्विन की गेंद को स्वीप कर दिखाया कि जहां तक सलामी बल्लेबाजी का संबंध है तो उनमें कुछ नहीं बदला है।
इसी दौरान कोहली भी आ गए और उन्होंने कोच द्रविड़ से थोड़ी बातचीत की जो रोहित को बल्लेबाजी करते हुए देख रहे थे। कुछ देर बाद कोहली पैड पहनकर थ्रोडाउन नेट पर आ गए जहां रोहित और जायसवाल भी कुछ देर में पहुंच गए। रोहित ने अपने युवा सलामी जोड़ीदार से पूछा, ‘तुझको पहले जाना है कि मैं जाऊं।’ एक थ्रोडाउन विशेषज्ञ दयानंद ने कप्तान से पूछा, ‘दादा आपके लिए कौन सा गेंदबाज रखें, दाएं हाथ वाला या बाएं हाथ वाला।’
कप्तान को किसी से भी कोई परेशानी नहीं थी जिन्होंने नेट बल्लेबाजी करना शुरू कर दिया था। दोनों ने अच्छा डिफेंस दिखाया, लेंथ पर काफी गेंद छोड़ीं और कभी कभार ड्राइव शॉट भी लगाए और एक दूसरे की बल्लेबाजी भी देखी। बाद में रोहित जायसवाल और गिल को पुल शॉट लगाते हुए शरीर का संतुलन बनाने के बारे में बताते दिखे जिन्हें भविष्य के ‘रोहित-कोहली’ की जोड़ी कहा जाता है।
अगले दो हफ्ते तक काफी कुछ दाव पर लगा होगा जिससे टीम अपने मुख्य कोच की तरह संजीदा दिखी जो विश्व कप के दौरान माहौल से बिलकुल अलग था।
यहां के तेज गेंदबाजों के मुफीद हालात में शार्दुल ठाकुर फिर से अश्विन को पछाड़ सकते हैं। पहले दिन बारिश का पूर्वानुमान है। मुकेश कुमार ने भी नेट पर अच्छी गेंदबाजी की, हालांकि उनकी रफ्तार प्रसिद्ध कृष्णा से थोड़ी कम है। प्रसिद्ध की गेंदों से हालांकि ज्यादातर बल्लेबाजों को परेशानी नहीं हुई।